लोहाघाट। डायट लोहाघाट में इतिहास एवम् समाजशास्त्र शैक्षिक उत्कृष्टता केन्द्र (माध्यमिक स्तर) के तहत राज्य स्तरीय कार्यशाला का समापन प्राचार्य दिनेश सिंह खेतवाल, कार्यक्रम समन्वयक मनोज भाकुनी, सह समन्वयक शिवराज सिंह तड़ागी, डा अरुण तलनियां और मुख्य संदर्भदाता प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने किया। माध्यमिक स्तर में इतिहास एवम् समाजशास्त्र विषय के प्रवक्ताओं तथा सहायक अध्यापकों की राज्य स्तरीय कार्यशाला में चम्पावत जनपद, अल्मोड़ा जनपद और चमोली जनपद सहित राज्य के अन्य जनपदों के प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
की रिसोर्स पर्सन श्री प्रकाश चंद्र उपाध्याय द्वारा आईसीटी के माध्यम से बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित किए गए बहुविकल्पीय प्रश्नों का निर्माण करने के विविध तरीकों पर सारगर्भित जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में आईसीटी के उपयोग पर अत्यधिक जोर दिया गया है तथा शिक्षकों के कंटीन्यूअस प्रोफेशनल डेवलपमेंट हेतु प्रतिवर्ष न्यूनतम 50 घंटे के ऑनलाइन कोर्सेज अनिवार्य किए गए हैं। श्री उपाध्याय ने शिक्षण को रुचिकर और प्रभावशाली बनाने हेतु ऑनलाइन क्विज निर्माण करने के विविध तरीकों से प्रतिभागियों को अवगत कराया ।
कार्यक्रम समन्वयक मनोज भाकुनी ने विगत 5 दिवसों की विस्तृत कार्यक्रम की रूपरेखा प्रतिभागियों के समक्ष रखने के साथ ही प्रोजेक्ट निर्माण, मैप रीडिंग से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। सह समन्वयक शिवराज सिंह तड़ागी ने प्रतिभागियो को बताया कि निर्मित प्रोजेक्ट एवम् तैयार प्रश्नों को कक्षा कक्ष में पहुंचाना आवश्यक है। डा अरुण तलनियां ने सीखने के प्रतिफलों को आधार मानकर शिक्षण विधियों को अपनाने पर बल दिया। समापन सत्र में प्राचार्य दिनेश सिंह खेतवाल ने बताया कि राज्य स्तरीय कार्यशाला नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु अत्यधिक उपयोगी सिद्ध होगी। कार्यशाला में दयाकृष्ण सनवाल, डा गजपाल राज,भुवन शंकर पाण्डे, राखी गहतोड़ी, मुकेश सुतेडी, रुचि पांडे, संजय पांडेय, पवन कुमार, बेचन यादव, अरिमर्दन यादव,निर्मल सिंह,कंचन, गणेश दत्त पंत, हरीश चंद्र जोशी, संजीता शाह, चंद्र लाल शाह, जितेंद्र पुनेठा, जीवन चंद्र ,प्रकाश सिंह, भुवन नाथ, उमेद सिंह, कल्पना रानी, नीलम, कैलाश चन्द्र, दीवान राम टम्टा,दीपा थापा, गीता बिष्ट आदि उपस्थित थे।