चंपावत। जिला मुख्यालय के प्रवेश द्वार स्वाला बडोली जर्जर दुर्दशाग्रस्त संपर्क सड़क क्षेत्रवािसयों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। हालत यह है कि लोगों को गांवों से शहर में शहर से गांवों में जाना तक मुश्किल हो रहा है। गांवों की सडक की हालत इतनी खराब है कि वाहन तो क्या पैदल चलना भी आसान नहीं है। बड़े बड़े वादे करने वाले नेताओं का इसके लिए कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है।

सडक लंबे समय से दुर्दशाग्रस्त होने के बावजूद आज तक कोई सुधार नहीं किया गया है जिससे जिला मुख्यालय पर जाने में लोग कांपने लगते है। सडक की हालत खराब होने से गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बेहाल सडक से ना तो अधिकारी अनभिज्ञ है ना ही नेता अनजान है परेशानी का समय बढ़ता जा रहा । स्वाला से बडोली की सडक पर जाने वाले वाहन चालक इस पर दुबारा जाने की कसम खा लेते है। गहरे गड़ढे कीचड सने रास्ते को भगवान का नाम लेकर पार करते है लोग सड़क कटिंग के बाद पैदल रास्ते भी बंद हो गए है।

सी एम हेल्प लाइन के माध्यम से रास्ते खुलवाने की शिकायत की गई तो अधिकारियों द्वारा बिना रास्ते खोले ही शिकायत को ही बंद कर दिया गया।रास्ते का हाल बेहाल है कई बार ग्राम वासियों ने अधिकारियों नेताओं को ज्ञापन देकर अवगत भी करा दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्राम वासियों को निराशा झेलनी पडी है। सड़क की दुर्दशा का एक मुख्य कारण यह भी है राष्ट्रीय राजमार्ग के द्वारा सारा मलवा डंपिंग जोन में ना डालकर गाँव की सड़क की तरफ धकेल दिया जाता है।
