लोहाघाट। पंचेश्वर घाटी में नई किस्म की मक्खियो के प्रकोप के कारण भयाक्रांत लोगों के लिए राहत की खबर है। घाटी के पनथ्थूडा, कलोरी, अगोड़ा, शिमलौदा, पटाक आदि गांव में नई किस्म की मक्खियां पैदा होने से लोगों की चिंताओं को देखते हुए एसडीएम रिंकू विष्ट ने तहसीलदार जगदीश सिंह नेगी के नेतृत्व में कृषि उद्यान, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, वीडियो आदि के नेतृत्व में एक टीम भेजी थी। केवीके के पशुपालन डॉ सचिन पंत द्वारा मक्खियों का नमूना पंतनगर विश्वविद्यालय की कीट प्रयोगशाला में भेजा गया था जहां से रिपोर्ट मिल चुकी है। मक्खियों की उत्पत्ति गर्म घाटी में स्वच्छता पर ध्यान न दिए जाने के कारण हुई है अलबत्ता मक्खियों को मारने के लिए कृषि रक्षा विभाग की ओर से कीटनाशक रसायन लेकर एक टीम आज दवा के छिड़काव के लिए पंचेश्वर के लिए रवाना की गई है।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी संतोषी के अनुसार वैज्ञानिक प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार मक्खियां मानव के लिए खतरनाक नहीं है अलबत्ता उनका सफाया करने के लिए वहां दवा स्प्रे करने हेतु दूसरी टीम भेजी गई है तथा लोगों को घरों के आसपास गंदगी न करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। टीम में तहसीलदार के अलावा वीडियो अशोक अधिकारी, पशुपालन विभाग के डॉ सुशोभित, एडीओ उद्यान आशीष खर्कवाल, एडीओ कृषि आशुतोष सिंह आदि शामिल थे। कृषि रक्षा अधिकारी के अनुसार स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है मालूम हो की दो वर्ष पूर्व नेपाल से यहां आए लंम्पी वायरस का प्रकोप होने के कारण यहां सैकड़ो पशु मर गए थे तथा अभी तक भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। जिसे देखते हुए लोग मक्खियों के प्रकोप से काफी चिंतित थे।