लोहाघाट। मड़लक क्षेत्र के सेल्पेडू और गुड़मांगल ग्राम पंचायत के दूरस्थ चमोलेश्वर शिव मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। यहीं पर बनी सुप्रसिद्ध बाबा चंद्रनाथ महाराज की समाधि के भी लोग दर्शन कर रहे हैं। साथ ही लोग यहां के वरदानी चमोलेश्वर ताल के भी दर्शन कर रहे हैं। व्यास पीठ में विराजमान आचार्य गिरिशानंद शास्त्री महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण मनुष्य को कल्याण की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपनी आत्मा की सुननी चाहिए, उन्होंने कहा कि जीवन में अहंकार का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रावण एक ऐसा व्यक्तित्व था जो महाज्ञानी और महाबलशाली था, लेकिन उसके अहंकार ने ही उसकी दुर्गति कर डाली। कथा में पंडित गिरीश चंद्र कलौनी पंडित और पंडित खिलानंद कलौनी के द्वारा वेद पाठ पर भक्ति की गंगा प्रवाहित की जा रही है। कथा में पंडित कैलाश जोशी, मुख्य यजमान शेर सिंह सामंत, राम सिंह, हयात सिंह, पूर्व जिला परिषद सदस्य नर सिंह सौन, टीकाराम पंत, उमेद सामंत, चमोलेश्वर के पुजारी आनद जोशी, आनंद पाण्डेय, हर सिंह, शिवराज सिंह, चमोलेश्वर पुजारी जगदीश पांडेय, नारायण पांडेय, भुवन पांडेय आदि तथा शंकर जोशी और सुभाष जोशी सहयोग कर रहे हैं। कथा में हरमोनियम में राकेश पांडेय और तबले में राज शर्मा द्वारा अदभुत वादन कर लोगों का मन मोह रहे हैं। कथा में श्री नगरुंघाट मेला समिति के अध्यक्ष जगदीश चंद्र कलौनी और डा सतीश चंद्र पाण्डेय, भुवन चंद्र भट्ट, भगीरथ पंत सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण किया।