देवीधुरा। मां बाराही धाम में चल रही श्रीराम ज्ञान यज्ञ कथा में व्यास पीठ से प्रवचन करते हुए आचार्य अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा निषाद राज केवट कितने भाग्यशाली रहे, जिन्हें प्रभु श्रीराम के चरण पखारने का अवसर मिला। सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी और उनके अनुज मोहित जोशी द्वारा विश्व कल्याण के लिए कराई जा रही कथा में श्रोताओं के लिए स्थान कम पड़ गया है। व्यास पीठ से उन्होंने कहा श्रीराम व भरत के बीच आत्मा व परमात्मा के समान संबंध था।श्रीराम के द्वारा जीवन भर मर्यादाओं का पालन किया गया,उसी को देखते हुए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाने लगा। कथा के आयोजन में श्री बाराही मंदिर कमेटी के अलावा चार खाम सात थोक के लोग सहयोग कर रहे हैं, जिसके कारण बाराहीधाम में काफी चहल-पहल हो रही है।