देवीधुरा। परमाणु युग में पाषाण युद्ध के लिए प्रसिद्ध देवीधुरा के बग्वाल मेले के आयोजकों की हाथरस की घटना ने उनके आंख कान खोल दिए हैं उक्त घटना को लेकर चार खाम सात थोकों के लोगों के माथे में चिंता की लकीर खींच दी है। वैसे चारों खामों के लोग ऐतिहासिक बग्वाल में बगवाली वीरों के बीच अनुशासन बनाए रखने एवं प्रत्येक खाम के बग्वाल खेलने वालों को शत प्रतिशत ड्रेस कोड का पालन करने के अलावा उन्हें मंदिर कमेटी की ओर से परिचय पत्र भी खामों के मुखिया की ओर से जारी किए जाएंगे। आयोजकों का मानना है कि सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि के माध्यम से यहां परमाणु युग में खेली जाने वाली पाषाण युद्ध ( बग्वाल ) को देखने की उत्सुकता सात समुंदर पार के भी लोगों को काफी होने लगी है। बग्वाल के दिन यहां होने वाली भीड़ इस बात की गवाह बनती जा रही है कि अब देश-विदेश से लोगों की इस ओर आने के लिए कितनी रुचि बढ़ती जा रही है। इस वर्ष 16 से 26 अगस्त तक होने वाले बग्वाल मेले की व्यवस्थाओं को जिलाधिकारी नवनीत पांडे 8 जुलाई को जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक आयोजित कर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देंगे वही मेला कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट के अनुसार हाथरस की घटना से मंदिर कमेटी के अलावा चार खाम सात थोकों के लोगों की जिम्मेवारियां काफी बढ़ा दी है ।
मेले से जुड़ी हुई है हमारी पहचान
देवीधुरा। मेले के मुख्य संरक्षक एवं इसे ऊंचाइयों तक ले जा रहे लक्ष्मण सिंह लमगड़िया का कहना है कि हम बग्वाल मेले का ऐसा अनुशासित स्वरूप प्रदर्शित करना चाहते हैं जिससे यहां बग्वाल देखने वाले लोग आने वाले वर्षों में और अधिक संख्या में इस ओर रुख कर सके ।
बग्वाल से जुड़ी हुई है हमारी धार्मिक आस्था ।
देवीधुरा। गहड़वाल खाम के वयोवृद्ध खाम प्रमुख त्रिलोक सिंह बिष्ट कहते हैं कि हर हाल में बग्वाली वीरों में अनुशासन होना ही नहीं बल्कि दिखना भी चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने में हम सब की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
बग्वाल के व्यापक स्वरूप से बड़ा हमारा उत्तरदायित्व ।
देवीधुरा । लमगड़िया खाम के युवा खाम प्रमुख वीरेंद्र सिंह लमगड़िया का कहना है कि बग्वाल में लगातार बढ़ती जा रही भीड़ से हम सभी का उत्तरदायित्व बढ़ गया है। सभी खामों के लोग अनिवार्य रूप से ड्रेस कोड का पालन करें ।
ड्रेस कोड से बग्वाली वीरों की होगी पहचान।
देवीधूरा। चमियाल खाम के प्रमुख गंगा सिंह चमियाल का कहना है कि हर खाम के लिए अलग-अलग ड्रेस को लागू किया गया है इससे अनुशासन बनाए रखने में मदद तो मिलेगी ही तथा बाहरी तत्वों को भी इसमें आने से रोका जा सकेगा ।
हम सब मिलकर अच्छा प्रदर्शन करें ।
देवीधुरा। वालिक खाम के मुखिया बद्री सिंह बिष्ट का कहना है कि बग्वाल हमारे पूर्वजों की ऐसी विरासत है जिसका हम जितना अच्छा प्रदर्शन करेंगे इससे हमारी आस्था का भी प्रदर्शन होगा।