चंपावत। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक सोमवार को आयोजित जन मिलन कार्यक्रम में लगातार फरियादियों की संख्या बढ़ने से अब सभागार छोटा पड़ने लगा है। जिलाधिकारी मनीष कुमार की “क्विक एक्शन”की कार्य संस्कृति से लोगों का इतना विश्वास बढ़ने लगा है कि जिले के दूर दराज क्षेत्रों से लोग समस्याएं लेकर आ रहे हैं। जिलाधिकारी का कहना है कि जो लोग अपना समय व धन बर्बाद कर दुर्गम क्षेत्रों से हमारे पास आ रहे हैं, उन्हीं के लिए ही यह “तंत्र” बना हुआ है। जिसके लिए हमें गाड़ी, घोड़ा सब कुछ मिलता है। यदि हम उनका दर्द जिस दिन हम अपना दर्द समझ लेंगे, उसी दिन से हमारी सोच व कार्य संस्कृति ही बदल जाएगी। बरसात के बाद यह जन मिलन केंद्र “सरकार जनता के द्वार” की शक्ल लेकर गांव गांव में आयोजित किए जाएंगे।
आज जन मिलन कार्यक्रम में 74 लोगों द्वारा अपनी शिकायत दर्ज की गई। जिनका त्वरित समाधान करने के लिए जिलाधिकारी ने समय सीमा बांध दी। आज दियूरि गांव के अंगद सिंह की दिव्यांग बेटी की पेंशन चालू करने का आदेश दिए जाने से उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा ग्रामीण जन समस्याओं का त्वरित समाधान करने को वे अपनी आदत में शामिल करे। इससे लोगों का तंत्र पर विश्वास बढ़ेगा।
वैसे जिलाधिकारी द्वारा जिन समस्याओं को तत्काल दूर करने के आदेश दिए जा रहे हैं,उन समस्याओं के बारे में लोगों द्वारा दोबारा शिकायत न किया जाना इस बात का प्रमाण है कि अब अधिकारियों की कार्यों को लटकाने और लोगों को टरकाने की कार्य संस्कृति व सोच में काफी बदलाव आता जा रहा है। फल स्वरुप लोगों को इस बात पर पर पक्का यकीन होता जा रहा है कि जिन कार्यों में जिलाधिकारी द्वारा एक्शन लेने की बात कही जा रही है, उन पर रिएक्शन अवश्य हो रहा है।
