चंपावत। रा मा वि फ़ूंगर में आयोजित विशेष कार्यशाला में प्रख्यात लेखक-पत्रकार प्रो. एस.एस. डोगरा ने विद्यार्थियों को विद्यार्थी जीवन को कैसे बेहतर बनाएँ विषय पर मार्गदर्शन दिया। उक्त कार्यशाला में कक्षा 6 से 10 तक के 81 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यशाला के दौरान प्रो. डोगरा ने विद्यार्थियों को अनुशासित दिनचर्या अपनाने, अभिभावकों और शिक्षकों का सम्मान करने, उनके सुझावों का पालन करने, खेलों में रुचि लेने और दैनिक कार्यों में हाथ बटाने की प्रेरणा दी। उन्होंने स्वरचित प्रेरक कविता “सपनों की उड़ान” सुनाते हुए समय और ऊर्जा का सही उपयोग कर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने पर जोर दिया। इस दौरान, कई विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मक अभिव्यक्तियों से सभी को प्रभावित किया। कार्यशाला के अंत में प्रो. डोगरा ने सभी विद्यार्थियों को एक प्रेरणादायक शपथ दिलाई, जो अपनी सक्रिय पत्रकारिता के अलावा छ: पुस्तकें भी लिख चुके हैं। “मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा, मैं अपने लिए, अपने परिवार के लिए, अपने माता-पिता के लिए, अपने शिक्षकों के लिए, अपने आसपास के समाज के लिए और अपने देश के लिए जिम्मेदार रहूंगा।” इस शपथ का उद्देश्य विद्यार्थियों को न केवल अपने व्यक्तिगत विकास बल्कि समाज, राज्य और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करना था। इस प्रेरक सत्र के उपरांत राजधानी दिल्ली से विशेष रूप से पधारे प्रो. डोगरा ने विद्यालय की शिक्षिका बबीता को अपनी चौथी पुस्तक “वाओ” सप्रेम भेंट की। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक निर्मल पांडे, हेम पांडे, लीला बिष्ट तथा क्षेत्रीय समाजसेवी एवं कांडा विलेज वैली के संस्थापक मदन सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को नए शैक्षिक सत्र के लिए शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सूत्रों के मुताबिक यह विद्यालय सन 1927 में स्थापित हुआ था परंतु इसी सत्र से स्कूल को अब बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई की मान्यता भी प्राप्त हो गई, जिसके फलस्वरूप अब स्थानीय गाँव के बच्चों को दूर पढ़ने के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी।