लोहाघाट। भारत-पाक सीमा में गुजरात के भुज में सीमा की रक्षा करते हुए लोहाघाट के मल्ला पाटन निवासी बीएसएफ के हवलदार दयाल राम शहीद हो गए थे। उनका तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर आज उनके घर पहुंचा। शहीद के तिरंगे में लिपटे शव को श्रद्धांजलि देने के लिए गांव में भारी भीड़ उमड़ी हुई थी तथा परिजनों का बुरा हाल था। शहीद के घर से अंतिम यात्रा निकली, जिसमें जब तक सूरज चांद रहेगा,दयाल तेरा नाम रहेगा तथा भारत माता के जयकारे के नारे लगा रहे थे।
रिशेश्वर घाट में बीएसएफ के कमांडेंट एमके नेगी ,आइटीबीपी की 36वीं वाहिनी के कमांडेंट धर्मपाल सिंह रावत,तहसीलदार जगदीश नेगी,एसएचओ अशोक कुमार ने शहीद के पार्थिव शरीर में पुष्प चक्र अर्पित कर अपना सम्मान व्यक्त किया।मुख्यमंत्री की ओर से भाजपा मंडल अध्यक्ष सचिन जोशी ने शहीद के परिजनों को सांत्वना देते हुए उनकी ओर से शोक संवेदना प्रकट की। अंतिम शवयात्रा में विधायक खुशाल सिंह अधिकारी की और से उनके प्रतिनिधि चांद बोहरा ने पुष्प चक्र अर्पित किया। इस अवसर पर बीएसएफ के जवानों ने पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अपने साथी को अंतिम विदाई दी। शहीद के बड़े भाई दीवान व नवीन ने मुखाग्नि दी। बीएसएफ के कमांडेंट नेगी ने शहीद के भाइयों को तिरंगा सौंपा। इस दौरान सभी की आंखें छलछला आई, उन्होंने कहा कहा शहीद का पूरा परिवार बीएसएफ का एक हिस्सा बना रहेगा। शवयात्रा में रीता गहतोड़ी,विक्की ओली, प्रकाश बोहरा,एसएसआई चेतन रावत,सुभाष विश्वकर्मा,अमित कुमार राजू भैया,मोहन पाटनी सहित सैकड़ो लोग शामिल हुए।