श्रीरीठासाहिब। जिलाधिकारी नवनीत पांडे जी सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं से स्वयं रूबरू होने, वहां की आवश्यकताओं, पर्यटन, धार्मिक पर्यटन, रोजगार की संभावनाओं एवं लोगों के रोजमर्रा के जीवन को किस प्रकार सरल बनाया जाए इन बातों का अध्ययन करने के लिए उन्होंने सूखीढाग से लड़िया घाटी के लिए अपना दो दिनी दौर शुरू कर दिया है। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय समस्याओं का अध्ययन के साथ वहां की जरूरतो को जिला योजना मैं शामील करने तथा बडी योजनाओं को सीएम धामी के संज्ञान में लाना है। डीएम का कार्यभार ग्रहण करने के बाद यह उनका पहला विस्तृत ग्रामीण क्षेत्र का दौरा है। जहां पहली बार लधियाघाटी के लोगों ने किसी जिलाधिकारी को अपने बीच अपनापन दिखाते हुए देखा। उन्होंने सुखीढाग-डाढा-मीनार सड़क को क्षेत्र के लिए आवश्यक बताते हुए इसे शीघ्र पक्का करने के साथ यहां हर वक्त यातायात को सुगम बनाने की जरूरत बताई जिससे क्षेत्रीय लोगों एवं गुरुद्वारा श्रीरीठासाहिब आने वाले तीर्थ यात्रियों को सुविधा मिल सके। उन्होंने बयानधूरा मंदिर को जोड़ने वाले पैदल मार्गो को सुगम बनाने की भी जरूरत महसूस की। भ्रमण के दौरान उन्होंने गांव के अस्पतालों, थाना, पटवारी चौकी आदि को भी देखा। उन्होंने रीठा के चिकित्सालय में सभी आवश्यक सुविधाओं की जवलंत आवश्यकता महसूस करते हुए कहा कि लधिया घाटी क्षेत्र में गर्मी के कारण यहां पर रोग होते रहते हैं। यहां बेहतर चिकित्सा सुविधायें मिलने से घाटी से जुड़े नैनीताल जिले के गांव के लोगों को भी यह सुविधा मिल पाएगी। उन्होंने मछियाड के शीलादेवी मंदिर के दर्शन किए तथा लोक आस्था के इस मंदिर को मानस माला में शामिल करने की लोगों ने मांग की। ग्रामीणों ने बिनवालगांव, गोलडांडा, कालियाधोरा, सड़क की मांग की। जिलाधिकारी ने रीठा अस्पताल व अन्य संस्थाओं के लिए खतरा बने गधेरे को आपदा मत से नियंत्रित करने को कहा तथा राजस्व निरीक्षक से रीठा थाने के आवासीय भवनों के लिए भूमि उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया। जिलाधिकारी दुनिया में मीठे रीठे के चमत्कार के लिए प्रसिद्ध श्रीगुरुद्वारारीठा साहिब पहुंचे, जहां गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने उनका स्वागत किया। उन्होंने गुरुद्वारे में माथा टेककर लोगों की सुख समृद्धि की कामना की। बाबा श्याम सिंह ने उन्हें सम्मान स्वरूप सरोपा भेंट कर यहां के इतिहास की जानकारी दी कहां रीठासाहिब का सीधा हल्द्वानी आदि स्थानों से संपर्क होने एवं दूरी कम होने के कारण निकट भविष्य में तीर्थ यात्रियों का सैलाब उमड़ने की स्थिति में उन्हें बेहतर सुविधाएं दिए जाने पर जोर दिया। घाटी के लोगों ने रीठा में डिग्री कॉलेज खोलने की भी मांग की। डीएम ने स्वयं गुरुद्वारा को जोड़ने वाले मार्ग की बदहाली जैसी तथा उसे ठीक करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने रीठासाहिब थाने को भी निरीक्षण किया। बाद में वे बारसी गांव के पाताल रुद्रेश्वर गुफा में गए। वहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा कर शरबत की भलाई के लिए कामना की। इस अवसर पर उनका लोगों ने स्वागत किया। डीएम ने कहा इस दिव्य स्थल को मानस माला में शामिल किए जाने से यहां धार्मिक पर्यटन के नए द्वार खुलेंगे। डीएम के इस दौर से लोगों की भविष्य की आस जगी हैं। ग्रामीणों का कहना है की पहली बार उन्होंने किसी जिला अधिकारी को दुख दर्द जानते देखा, सभी स्थानों में जिलाधिकारी का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। उनके भ्रमण में नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह, राजस्व कर्मी प्रियंका, पूर्व जिला पंचायत सदस्य भोला सिंह, रीठा थानाध्यक्ष दीवान सिंह समेत क्षेत्रीय लोग शामिल थे।