
लोहाघाट। बाराकोट के सरस्वती शिशु मंदिर में बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर आचार्य एवं अभिभावक गोष्ठी में वक्ताओं का कहना था कि इस पुनीत कार्य के लिए दोनों इकाइयों को मिलकर काम करना होगा। बच्चा जहां आठ घंटे विद्यालय में रहता है शेष अवधि वह अपने माता पिता के पास रहता है। ऐसी स्थिति में घर का वातावरण एवम् वहां के आचार विचार और संस्कार बच्चे को मानसिक रूप से प्रभावित करते हैं। ऐसी स्थिति में यदि सामूहिक प्रयास किए जाएं तो बच्चों को नई दिशा और दशा दी जा सकती है। इससे पूर्व प्रधानाचार्य नवीन गहतोड़ी, आचार्य प्रकाश जोशी, राजेंद्र जी, बेनी प्रसाद भट्ट, आचार्या कमला जोशी विद्यालय प्रबंधन समिति के व्यवस्थापक नंदा बल्लभ बगौली, अध्यक्ष दीवान नाथ गोस्वामी, संजय वर्मा ने सभी का स्वागत किया। बैठक में धीरजा वर्मा, रीतिका कालाकोटी समेत सैकड़ों अभिभावक व महिलाएं उपस्थित थी। प्रमिला अधिकारी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।