लोहाघाट। पीजी कॉलेज लोहाघाट में ऑन लाइन के माध्यम से ब्लेंडेड मोड पर एक दिवसीय कार्यशाला बौद्धिक संपदा की प्रासंगिकता स्टार्टअप के संदर्भ में आयोजन किया गया।कार्यशाला को प्रायोजित यूकॉस्ट उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अथिति यासर अब्बास ज़ैदी-पेटेंट डिज़ाइन के प्रशिक्षक, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से ऑनलाइन के माध्यम से जुड़े। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. संगीता गुप्ता, प्राचार्या ने कहा की यूकॉस्ट देहरादून के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित कि गई । जिसमें बौद्धिक संपदा की प्रासंगिकता स्टार्टअप के संदर्भ में यह कार्यशाला महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। छात्र-छात्रा अपने परंपरागत ज्ञान से बौद्धिक संपदा को संरक्षित कर सकते है। जैसे पेटेंट, कॉपीराईट, ट्रेडमार्क आदि से अपने किसी निजी ज्ञान से उत्पाद व सेवा को संरक्षित करके अधिक से अधिक धनराशि एवं नाम कमा सकते है l भारत सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया के बाद अब स्टार्टअप इंडिया का युवाओं में एक विशेष प्रभाव डाल रहा है। जिसमें भारत आत्मनिर्भर हो के विकसित देश में खड़ा हो सकता है।
मुख्य अथिति यासर अब्बास ज़ैदी ने सर्वप्रथम महाविद्यालय को इस तरह की कार्यशाला करवाने के लिए बधाई दी और कहा की वर्तमान भारत ज्ञान के क्षेत्र में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्टार्टअप इंडिया की ओर ध्यान दे रहा है l वर्तमान भारत में लगभग 92 हज़ार से ज़्यादा स्टार्टअप का पेटेंट हुआ है। और स्टार्टअप के क्षेत्र में महिलाओं को विशेष छूट दी गई है। स्टार्टअप के लिए दो करोड़ तक के टर्नआउट तक ही मान्यता मिलती है। आज के समय में बौद्धिक संपदा को संरक्षण करना बहुत आसान हो गया है जिससे उभरते स्टार्टअप भारत में युवाओं को सरकार की ओर से नये नये अवसर प्रदान किए जा रहा ह। कार्यशाला की रूपरेखा डॉ. अर्चना त्रिपाठी, संयोजक द्वारा रखी गई। डॉ. मनोज कुमार, ने मुख्य अथिति एवं प्राध्यापकों व छात्र-छात्रों का स्वागत किया।समापन सत्र डॉ. प्रकाश लखेड़ा द्वारा किया गया।इस अवसर पर डॉ अपराजिता, डॉ अनिता, डॉ. रितु मित्तल, डॉ. एस. पी. सिंह, ड़ा. ए. के. द्विवेदी, डॉ. महेश त्रिपाठी, डॉ. रवि सनवाल, डॉ. उमेश, डॉ. सीमा नेगी, डॉ. नम्रता , डॉ. लता क़ैड़ा, डॉ. सुमन पाण्डे, डॉ सोनली कार्तिक, डॉ. शान्ति, डॉ. अनिता खकवाल, ड़ा अर्चना त्रिपाठी, डॉ. रुचिर जोशी, डॉ. कमलेश शक्टा, डॉ. वंदना चंद, डॉ. नीरज काण्डपाल, डॉ. अनिता, ड़ा. ममता गंगवार, ड़ा. चंद्राकला, ड़ा रामधन नौटियाल, ड़ा. दीपक जोशी, ड़ा सरोज यादव, ड़ा. स्वाति जोशी, आदि उपस्थित रहे l