चंपावत। सहसा लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि
राज्य आंदोलन से लेकर व्यापार संघ के पूर्व उपाध्यक्ष,प्रमुख क्रिकेटर एवं समाज के लिए जीने व मरने वाला दीपक सदा के लिए बुझ गया है। दीपक तड़ागी को लोग प्यार से लारा कहा करते थे। सदैव हंसमुख रहने वाले दीपक को मौत पछाड़ देगी,इसका किसी को यकीन ही नहीं हो रहा है। दीपक की एकाएक हृदय गति रुकने से उनके नाम की लौ भी सदा सदा के लिए बुझ गई है तथा उनके आवास में लोगों की भारी भीड़ संवेदना वक्त करने वालों की लगी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा,क्षेत्रीय विधायक खुशाल सिंह अधिकारी,जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय,प्रमुख राज्य आंदोलनकारी नाथ लाल शाह,नवीन मुरारी,गणेश पुनेठा ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री का कहना था कि भले ही दीपक हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उन्होंने अपने कार्य व व्यवहार से जो लोगों की सद्भावनाएं अर्जित की हैं,वह दीपक के नाम से सदा जलती रहेगी।