लोहाघाट। बद्रीनाथ धाम के ही लघु रूप में जाने वाले सकल धाम वैष्णव शक्तिपीठ महर पिनाना में आज पूजा अर्चना व भंडारे के साथ कपाट बंद हो गए हैं, धूनाघाट भींगराड़ा सड़क मार्ग के मध्य दुर्गा नगर से डेढ़ किलोमीटर दूर इस धाम के कपाट बैसाखी पूर्णिमा के दिन खुलते हैं तथा कार्तिक पूर्णिमा के दिन बंद होते आ रहे हैं यह सिलसिला शताब्दियों से चला रहा है, इस अवधि में भगवान शयन करेंगे तथा यहां कोई पूजा पाठ नहीं होती है।कपाट बंद होने से पूर्व पुजारी शंकर दत्त जोशी ने पूर्ण विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर सभी के मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर भंडारा भी आयोजित किया गया। जिसमें सैकड़ो लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया जिसमें के एन जोशी, भागीरथ जोशी, दिलावर जोशी, रमेश जोशी,प्रधान रमेश चंद्र भट्ट,गुड्डू भट्ट, आदि तमाम प्रमुख लोग भी मौजूद थे। यहां बद्रीनाथ धाम की तरह सभी धार्मिक क्रियाएं की जाती है। इस वर्ष धाम के कपाट खुलते समय जिलाधिकारी नवनीत पांडे की मौजूदगी से धाम के विकास के द्वार खुल गए हैं। जिलाधिकारी के आने से यह धाम जो आज तक लोगों की दृष्टि में ओझल यह धाम अब मंदिर माला में भी शामिल होने के साथ यहां विकास के अन्य कार्य भी प्रस्तावित किए गए है।