लोहाघाट। नगर में आयोजित दो दिनी होली रंग महोत्सव ने जहां काली कुमाऊं की खड़ी होली को ऊंचे मुकाम तक पहुंचाने का काम किया लेकिन ग्रामीण महिलाओं को होली के रंगमंच में लाने वाली कोलीढेक की महिला होलियार अल्का ढेक,कृष्णा,पुष्पा को इस बात का भारी मलाल है कि दो साल पहले तो आयोजकों ने उनके घर आकर उन्हें महोत्सव में आने के लिए खुशामत की थी। जब यहां की महिलाओं को देखकर अन्य गांव की महिलाओं ने ढोल बजाने के साथ होली का ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि लोग देखते ही रह गए। यहां तक कि सीएम धामी ने होली के प्रदर्शन के लिए इन्हें टनकपुर भी बुलाया था। जहां इनके शानदार प्रदर्शन को देखकर अन्य महिलाएं भी प्रेरित हुई। इससे पहले गांव की महिलाएं होली महोत्सव में आती ही नहीं थी। रंग महोत्सव में रोज आने वाले परमानंद,दीवान सिंह, प्रताप सिंह का कहना था कि कोलीढेक की महिलाओं की इस बार होली न देख पाने का उन्हें बड़ा मलाल है। टीम लीडर अल्का, कृष्णा, पुष्पा का कहना है कि उन्हें रंग महोत्सव से कोई आमंत्रण ही नहीं मिला। अलबत्ता ब्लॉक परिसर में यहां की महिलाओं ने होली का ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि उससे प्रभावित होकर आयोजकों द्वारा उन्हें 50 हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया। होली के ढोल बजाने में पारंगत रेखा,सुनीता,शीला एवं शांति इस बात से प्रसन्न हैं कि भले ही अपने यहां उनकी टीम की अनदेखी की गई किंतु मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की धर्मपत्नी के विशेष अनुरोध पर वह देहरादून में सीएम आवास में अपना जलवा दिखाने के लिए पूरी टीम के साथ बुधवार को देहरादून जा रही हैं।

