लोहाघाट। ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मानाढुंगा की प्रधानाध्यापिका तारा अधिकारी ऐसी शिक्षिका हैं जिन्होंने अपने विद्यालय को ऐसा स्वरूप दिया है, कि यहां पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने प्राइमरी स्कूल में अपने बच्चों का भविष्य अधिक सुरक्षित महसूस किया है। यह ग्रामीण क्षेत्र का ऐसा विद्यालय है, जहां सर्वाधिक 66 बच्चे अध्ययन करते हैं। विद्यालय में शिक्षा का स्तर, अनुशासन एवं अन्य गतिविधियों ने पब्लिक स्कूलों को मात दी हुई है। शिक्षिका के छात्रों के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए इन्हें जिलाधिकारी द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। यह शिक्षिका स्कूली बच्चों से घर की तरह प्यार और दुलार देते हुए शिक्षा के साथ उनके सर्वांगीण विकास में ऐसे जुटी हुई हैं, जैसे यह स्वयं उनके ही बच्चे हों। शिक्षा तारा कहती हैं कि सही मायने में शिक्षक वही है, जो अपने बच्चों की तरह अन्य बच्चों की देखरेख करते हैं। विद्यालय की विशेषता यह है कि शिक्षा तारा को सहयोगी शिक्षक के रूप में बद्री सिंह, चंद्रलेखा एवं रेनू वर्मा ऐसे शिक्षक मिले हैं, जो कदम से कदम मिलाकर उनके साथ चल रहे हैं।