लोहाघाट। गुरुद्वारा श्रीरीठासाहिब में मंगलवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय मेले में तीर्थ यात्राओं के आने का क्रम शुरू हो गया। दिल्ली से कार सेवा प्रमुख बाबा सुरेंद्र सिंह सहित तमाम प्रमुख लोग यहां पहुंच गए हैं। मेले में इस दफा टनकपुर से दोपहिया व चौपहिया वाहनों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए सुखिढांग से बुड़म होते हुए सड़क मार्ग को सुगम बनाकर खोल दिया है। जिससे उनकी 70 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। यहां पुलिस द्वारा बैरियर लगाया गया है मेला क्षेत्र की पुलिस प्रभारी सीओ वंदना वर्मा के अनुसार मेला क्षेत्र के चप्पे चप्पे में पुलिस बल तैनात किया गया है जिसमें सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी शामिल है।नैनीताल एवं उधम सिंह नगर से विशेष पुलिस बल मंगाया गया है। मेला क्षेत्र में सीसीटीवी की नजरे रहेगी। उन्होंने बताया कि 42 सीटर से अधिक यात्रियों को ढोने वाली बसें ककराली गेट में ही रोक दी जाएंगे। रात आठ बजे से सुबह पांच बजे तक यातायात व्यवस्था सुरक्षा की दृष्टि से टनकपुर रीठासाहिब के बीच बंद रहेगी। यातायात एवं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष बल तैनात किया गए हैं। यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कतें ना हो इसके लिए पुलिस के गाइड उनका पूरा मार्गदर्शन करेंगे।
गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह के अनुसार मेले में अधिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जो श्रद्धालु मत्था टेकने के बाद अपने गंतव्य की ओर जाना चाहते हैं, वे लौटते जा रहे हैं। गुरुद्वारे में 24 घंटे लंगर शुरू हो गया है तीर्थ यात्रियों के लिए सुखिढांग से लेकर रीठासाहिब तक के पूरे मार्ग में कई स्थानों में विभिन्न स्थान की संगतों द्वारा भोजन, चाय, ठंडा, पकोड़े, जलजीरा आदि के लंगर शुरू हो गए हैं ।