राशिद भाई की सस्ती सब्जियों और फलों ने नगर में मचाया धमाल।
गांव से भी जमकर खरीदारी करने आ रहे हैं लोग।
लोहाघाट ।नगर में भले ही सुबह शाम बर्फीली हवाओं के चलते व्यापारियों का कारोबार काफी धीमा पड़ा हुआ है। वैसे विद्यालयों में 25 दिसंबर के बाद सीता अवकाश होने के कारण नगर की आबादी लगभग पांच हजार तक कम हो जाती है। अधिकांश लोग या तो अपने पैतृक स्थानों या सपरिवार मैदानी क्षेत्रों के भ्रमण पर निकल जाया करते हैं। जिससे यहां का व्यापार काफी प्रभावित हो जाता है।लेकिन आए दिनों राशिद भाई ने यहां सब्जियों फलों को काफी कम कीमत में बेचने से लोग जमकर सब्जी व फल खा रहे हैं। आज तक यहां व्यापारियों द्वारा फलों और सब्जियों को इतने महंगे दामों में बेचा जाता था कि आम लोगों विशेषकर गरीबों की वहां तक पहुंची नहीं हो पाती थी। भले ही वह लोग भांग या भंगिरे के नमक के साथ रोटी खाना पसंद करते थे।
25 साल पूर्व यहां सब्जी व फलों का कारोबार करने के बाद लोहाघाट लौटे राशिद भाई ने जब देखा कि यहां लोग सब्जियों में काफी मुनाफा लेकर लोगों को लूट रहे हैं। भले ही वह सब्जियों को फेंक रहे हैं लेकिन उपभोक्ताओं को सस्ती सब्जी नहीं बेचते हैं।राशिद भाई ने स्टेशन बाजार के चौक में सस्ती सब्जियों की दुकान खोलकर नगर एवं क्षेत्र में अपने नाम का डंका बजा दिया है। राशिद भाई द्वारा सौ रूपए में आठ किलो लौकी इतनी कीमत में पांच किलो प्याज ,आलू, टमाटर ,गाजर सौ रुपए में चार किलो मटर इतनी ही कीमत में ढाई किलो सेव ,किन्नु तीन किलो अमरूद,फूलगोभी बेचना शुरू किया तो यहां नगर ही नहीं गांव के लोग भी झोला भरकर अब वो सब्जी लेने के लिए आने लगे हैं। जिससे अन्य सब्जी कारोबारी दिन भर ग्राहकों की बाह जोटते रहे हैं। राशिद भाई का कहना है कि इतनी कम कीमत में सब्जियां बेचने पर भी वह आराम से अपने बच्चों का पेट पाल रहे हैं।उन्हें इस बात की खुशी है कि लोग कम से कम जमकर फल व सब्जियां तो खा रहे हैं।
