चंपावत। मीठे-रीठे के चमत्कार के लिए दुनिया में प्रसिद्ध गुरुद्वारा रीठासाहिब में 9 से 11 जून तक होने वाले सालाना जोड़ मेले की तैयारीयो को लेकर जहां पुलिस व प्रशासन जुट गया है, वही सुखीढांग से रीठासाहिब तक 50 किलोमीटर लंबी सड़क को सुगम यातायात के लिए बनाया जा रहा है। इस पूरे मार्ग में क्रैश बैरियर लगाने के साथ सड़क की मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। यह सड़क मार्ग टनकपुर से आने वाले तीर्थ यात्रियों की दूरी आधी कर देती है। इस सड़क को मेले से पूर्व ही चकाचक बनाने के लिए जिलाधिकारी नवनीत पांडे लगातार मॉनीटरिंग कर प्रत्येक दिन की प्रगति की समीक्षा कर रहे है। हालांकि गुरुद्वारे में जोड़ मेला भले ही 9 से 11 जून के बीच होगा, लेकिन यहाँ देश-विदेश से तीर्थ यात्रियों का आने का क्रम लगातार जारी है। गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह के अनुसार रोज यहां 5000 से अधिक तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। मेले में भीड़ से बचने के लिए अधिकांश यात्री मेले से आगे पीछे अपनी यात्रा करने का मूड बनाकर चल रहे हैं। गुरुद्वारे में भी यात्रियों को टिकाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। बाबा श्याम सिंह के अनुसार इस वर्ष मेले में एक लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों के आने का अनुमान है। कार सेवा प्रमुख बाबा सुरेंद्र सिंह लगातार दिल्ली से मेले की सारी व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे है तथा शीघ्र ही वे व्यवस्थाओ को अंतिम रूप देने के लिए यहाँ आयेंगे।
इधर एसपी अजय गणपति द्वारा मेले में आतंकवादियों, नशे के धंदेबाज़ो एवं किसी प्रकार के आपराधिक किस्म के लोगों की धरपकड़ करने के लिए गुरुद्वारे में पुलिस उनकी जांच पड़ताल करने में लगी हुई है। थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट के नेतृत्व में पुलिस व वनकर्मियों ने संयुक्त रूप से जौलासार, डांडा, दुर्गापीपल आदि क्षेत्रों में कॉम्बिंग कर रहे लोगों के साथ संवाद किया। चंपावत, नैनीताल एवं उधम सिंह नगर जिले का यह दुर्गम एवं संवेदनशील क्षेत्र है, जहां खटीमा एवं नानकमत्ता आदि क्षेत्रों से तीर्थ यात्री मेले के दौरान पैदल भी आते हैं। इन स्थानों में संदिग्ध लोगो पर नजर रखने के लिए वहां वनकर्मी सीधे पुलिस से जुड़े हुए है। एसपी ने क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए डांडा एवं बुड़म में स्थाई रूप से चौकी प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। थानाध्यक्ष के अनुसार देश के मौजूदा हालातो को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा पहले ही आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए थे। इस कॉम्बिंग में थानाध्यक्ष के अलावा एडिशनल एसआई भुवन चंद्र पांडे, एचसी विक्रम सिंह, बलवीर सिंह, डांडा चौकी के चंदन सिंह नेगी, अरविंद, बुडम चौकी के एचसी राजेंद्र राणा, सुमित राणा के अलावा वन विभाग के कमल सिंह, महेंद्र प्रताप, योगेश बोरा,उमेश सिंह आदि लोग शामिल थे।
