चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की परिकल्पना के अनुसार चंपावत को मॉडल जिला बनाने में केवल धन खर्च करना व भवनों का निर्माण करना ही नहीं बल्कि समग्र विकास के जरिए यहां रोजगार, स्वरोजगार के माध्यम से प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि कर पलायन में ब्रेक लगाते हुए विकास का ऐसा स्वरूप दिया जाना चाहिए जिसका परिणाम यहां के लोगों के चेहरों की मुस्कान में प्रलक्षित हो। यह बात नियोजन एवं राज्यसेतु आयोग के मुख्य कार्य अधिकारी आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिला स्तरीय अधिकारियों एवं मॉडल जिले के निर्माण में लगी एजेंसी की बैठक में व्यक्त किए। उनका कहना था कि चंपावत जिले को प्रकृति ने मुक्त हस्त से सजाया – संवारा है।यहां पर्यटन इको पर्यटन, एंग्लिंग, साहसिक पर्यटन, टी टूरिज्म, हॉकी टूरिज्म में रोजगार की अपार संभावनाएं छुपी हुई है। हमारे पास हिमाचल से कहीं अधिक साधन व संसाधन उपलब्ध हैं। चंपावत जिले में सर्वाधिक दूध का उत्पादन किया जाता है। उन्होंने इस क्रांति के लिए डॉ भरत चंद की सेवाओं को याद करते हुए कहा कि उनके समर्पण से ही यह कार्य हुआ है। यहां दुग्ध उत्पादन को और बढ़ावा देने के साथ चीलिंग प्लांट की क्षमता में भी वृद्धि की जानी चाहिए। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती लाने के लिए यहां कीवी, सेब, आडु, खुमानी आदि के अलावा बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन किए जाने पर जोर दिया। इंटीग्रेटेड फार्मिंग को बढ़ावा देने के साथ मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, मौन पालन, बकरी पालन, केसर, जड़ी बूटियों, फूलों की खेती की महक दिल्ली के बाजारों में भी आनी चाहिए।
सुंदरम ने कहा कि चंपावत जिले को विकास के ऐसे मॉडल के रूप में बाहरी दुनिया को परोसा जाना है जिससे हिमालयी राज्यों के अलावा दुनिया के लोगों का रुख यहां की ओर होना चाहिए जो यहां हुए मॉडल कार्यों को देखकर उसको अपने राज्यों में भी कर सके। विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने हर कार्य में आधुनिक तकनीकी ज्ञान विज्ञान का समावेश करते हुए इस बात पर जोर दिया कि यह सब पर्यावरण को प्रभावित किए बिना होना चाहिए। नगरों के विस्तार व विकास कार्यों में दुरगामी सोच के साथ कार्य किया जाना चाहिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने उन्हें मॉडल जिले की रूपरेखा एवं शारदा कॉरिडोर, गोलज्यू कॉरिडोर आदि सभी कार्यों का हवाला देते हुए कहा सामग्र विकास के लिए जहां शासन स्तर पर प्रस्ताव विचाराधीन है वहीं धन की स्वीकृति मिलने के साथ कार्यों में तेजी लाई जा रही है। इस अवसर पर अपर आयुक्त शहरी विकास प्राधिकरण पीसी दुम्का, एसपी अजय गणपति, डीएफओ आरसी कांडपाल, सीडीओ संजय सिंह, एडीएम हेमंत वर्मा, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।