उत्तराखण्ड राज्य में कुमाऊँ मंडल का जनपद पिथौरागढ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान रखता है।पौराणिक मान्यताओं में जहाँ आदि कैलाश, मानसरोवर झील, रामेश्वर मन्दिर आदि का विशेष महत्व है उसी क्रम में पिथौरागढ जनपद मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थलकेदार मन्दिर केदारनाथ के समान महत्व रखता है। थलकेदार मन्दिर की तलहटी में ग्राम बड़ाबे के बिन्तोला नामक स्थान पर लटेश्वर देवता की शिला है। लटेश्वर देवता की इस शिला से निकलने वाली जल धारा एक अदभुत चमत्कार है। उक्त शिला पूजन कर श्रद्धालुओं को मनोवांछित फल प्राप्त होतें है। वर्तमान में उक्त स्थान पर भव्य मन्दिर का निर्माण किया गया है। पौराणिक मान्यताओं में कहा जाता है कि रात्रि में उक्त स्थान से लटेश्वर देवता की रथयात्रा प्रारम्भ होकर लटेश्वर मन्दिर बड़ाबे तक जाती है। इस दौरान रथयात्रा मार्ग में आवागमन करना वर्जित होता है। वर्तमान में मन्दिर तक पहुचने हेतु उत्तराखंड सरकार द्वारा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है।