लोहाघाट। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी राजू गडकोटी की पहल पर नगर के जागरूक लोगों ने वाराणसी के पर्वतीय क्षेत्र की एकमात्र धर्मशाला के जीर्णोद्धार के लिये मांग पत्र लोकसभा सांसद अजय टम्टा को सौंपा है। मांग पत्र में बताया कि धर्मशाला का निर्माण महामहोपाध्याय श्रीमान नित्यानंद जी के द्वारा कराया गया था, जो वाराणसी में पढ़ने वाले पर्वतीय क्षेत्रों के समस्त छात्रों की शरण स्थली हुआ करता था। इसी धर्मशाला में रहकर पर्वतीय क्षेत्र के अनेक छात्रों ने अध्ययन किया, जो आज अनेक पदों पर आसीन हैं और वर्तमान में देश सेवा कर रहे हैं। आज भी यह धर्मशाला अनेक पर्वतीय छात्रों को शरण देती है, लेकिन वर्तमान में इसकी स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है। अतः इनसे निवेदन किया गया कि इसका पुनरुद्धार करने हेतु पहल करने का निवेदन किया। वर्तमान में यह धर्मशाला जीर्ण अवस्था को प्राप्त हो गई है। इस धर्मशाला को पर्वतीय क्षेत्र की धरोहर के रूप में सुरक्षित करने एवं उत्तराखंड भवन के रूप में विकसित करने की मांग करते हुए उत्तराखंड वासियों के लिए इसको विकसित करने का प्रयास करने की मांग की। इससे पर्वतीय क्षेत्र के छात्रों को पढ़ने में लाभ होगा और पर्वतीय क्षेत्र के जो भी तीर्थ यात्रा हेतु वाराणसी जाएंगे उनके लिए वाराणसी में एकनिवास भी बनेगा।
मांग पत्र सौंपने वालों में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति राय, सतीश चंद्र पांडे, नरेंद्र लडवाल, गोविंद वर्मा, विवेक ओली, मुकेश जोशी, जगदीश जोशी, रूप सिंह बोरा, मुन्नी कठायत, किरण पुनेठा, भगवान बल्लभ जोशी, जगदीश ओली, मयंक पुनेठा, दीपक जोशी अमित जुकरिया, किरण पुनेठा, जगदीश ओली, पप्पू वर्मा, नरेश करायत, मुकेश कलखुड़िया, गौरव पांडे आदि रहे।