लोहाघाट| कुमाऊं के प्रसिद्ध अधिवक्ता बीडी मुरारी का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है| मुरारी कुछ समय से बीमार थे| आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली| उनके निधन का समाचार मिलते ही लोगों का उनके हनुमान मंदिर रोड स्थित आवास में परिजनों को सात्वना देने के लिए उमड़ पड़े| उनका अंतिम संस्कार स्थानीय ऋशेश्वर घाट में किया गया जहां उनके पुत्र शेखर एवं बसंत ने पिता की चिता को मुख़ागनी दी|इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी| लंबे समय तक शासकीय अधिवक्ता रहे मुरारी ने आगरा विश्वविद्यालय से परास्थानक एवं कानून की डिग्री को प्रथम श्रेणी में उत्तीण किया था तथा नैनीताल में उन्होंने उस समय के प्रसिद्ध वकील स्वर्गीय डीके पांडे के अधीन प्रैक्टिस शुरू की थी| प्रखर बुद्धि के मुरारी इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करना चाहते थे| लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के कारण वे वहा स्थाई रूप से नहीं जा पाए तथा चम्पावत व पिथौरागढ़ मै ही प्रैक्टिस करते रहें मुरारी के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा,विधायक खुशाल सिंह अधिकारी पूर्व काबिना मंत्री महेंद्र सिंह माहरा ने मुरारी के निधन पर शोक व्यक्त किया है| बार एसोसिएशन चंपावत द्वारा शोकसभा आयोजित करने के बाद सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से विरत रहे| नगर पालिका चम्पावत की अध्यक्षा प्रेमा पांडे, लोहाघाट नगर पालिका के अध्यक्ष गोविंद वर्मा आदि तमाम लोगो ने भी शोक संवेदना व्यक्त क़ी हैं|