लोहाघाट। राजकीय पीजी कॉलेज की प्राचार्या प्रो संगीता गुप्ता ने कहा कि पतित पावनी गंगा को स्वच्छ व निर्मल रखने का प्रयास यदि हमने अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल नहीं किया तो हम भावी पीढ़ी के लिए पवित्र नदी को प्रदूषण युक्त छोड़कर जिओ में सबसे बड़ा अभिशाप उन्हें देखकर जाएंगे। प्रो गुप्ता कॉलेज में नमामि गंगा के तहत आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के तहत आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी। इस अवसर पर उन्होंने मेजबान महाविद्यालय समेत राजकीय पॉलिटेक्निक के छात्र-छात्राओं द्वारा सामूहिक रूप से गंगा को स्वच्छ, निर्मल व उसकी पवित्रता बनाए रखने कि जहां शपथ दिलाई वही उनके द्वारा प्लास्टिक व कांच के कचरे से बनाई गई आकर्षक कलाकृतियों का प्रदर्शन करने के लिए अव्वल रहे छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में मेजमान महाविद्यालय की सुनीता को पहला, श्वेता को दूसरा, पूजा को तीसरा, संजना को सांत्वना एवं इसी प्रकार पॉलिटेक्निक की रिया को पहला, हिमानी को दूसरा,मीनाक्षी को तीसरा तथा खुशी को सांत्वना पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया। नमामि गंगे की नोडल अधिकारी डॉ सुमन पांडे ने अभियान के तहत किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। समारोह में नमामि गंगे से जुड़े डॉ कमलेश सक्टा, डॉ अपराजिता,डॉ रीतू मित्तल, डॉ अनिता सिंह चन्द्रा जोशी , छात्र संघ अध्यक्ष ऋतिक ढेक,साहिल अधिकारी,मनीष बिष्ट व पूर्व छात्र संघ पदाधिकारी मीना मेहता, रमेश चंद्र भट्ट, रमेश चंद्र जोशी, नवीन राय सहयोग किया प्राचार्य डॉ संगीता गुप्ता ने कहा कि हमें पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ नदियों की स्वच्छता और जल के संवर्धन पर भी ध्यान देना होगा।अगर नदी रोगग्रस्त होगी,कुड़े कचरे से तो धरती पर जीवन असंभव हो जाएगा।आज जल को लेकर संपूर्ण दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है और जल लगातार घटता जा रहा है।