
उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट में कार्यरत होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डा.उर्मिला बिष्ट जो होम्योपैथिक के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने एवं चंपावत जिले में इस पद्धति को लोकप्रिय बनाकर सर्वाधिक रोगियों का उपचार करने के लिए उन्हें देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय होम्योपैथिक सम्मेलन होम्योपैथिक 2023 के अवसर पर पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। उनका यह पुरस्कार जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी अशोक नगरकोटी ने मुख्यमंत्री से ग्रहण किया। कोरोना महामारी के दौरान होम्योपैथ की अर्सेनिक एल्बम 30 ने होम्योपैथिक चिकित्सालय की लोगों में विशेष पहचान बनाई। इस दवा ने रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाकर कोरोना की तीव्रता को कम किया। डॉक्टर उर्मिला बिष्ट ने लोहाघाट में कार्यभार ग्रहण करने के बाद होम्योपैथी को काफी लोकप्रिय बनाया तथा इससे तमाम महिला रोगियों को ठीक कर उन्हें इसका प्रचारक बना दिया। डॉक्टर बिष्ट का कहना है कि होम्योपैथ में सभी ऐसे रोगों का बहुत सस्ता एवं अच्छा उपचार किया जाता है।
जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नगरकोटी का कहना है की चंपावत जिले में होम्योपैथिक चिकित्सा की ओर लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है जिसे देखते हुए शासन के आदेश अनुसार एक दर्जन नए अस्पताल खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है। वर्तमान में जिले में मात्र 3 अस्पताल कार्यरत हैं।