लोहाघाट। राईका बापरू में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानाचार्य संजीव कुमार पंत की अध्यक्षता तथा मनोहर लाल के संचालन में हुए कार्यक्रम में छात्र छात्राओं तथा शिक्षकों ने हिंदी का महत्व बताते हुए हिंदी भाषा को अपनाने पर जोर दिया। छात्रा यशोदा बिष्ट ने हिंदी के महत्व को बताते हुए कहा कि हिंदी भाषा बहुत ही आसान भाषा है, जिसे सभी लोग आसानी से समझ और बोल सकते हैं। हिंदी, अंग्रेजी तथा संस्कृत भाषाओं सहित छः विषयों से परास्नातक शिक्षक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय ने बताया कि हिंदी भाषा को देव भाषा संस्कृत का सबसे सरल रुप कहा जाता है। हिंदी भाषा विश्व की प्राचीन और सरल भाषाओं में से एक है। हिंदी भाषा हमारी संस्कृति और संस्कारों की वाहक है। श्री उपाध्याय ने बताया कि हिंदी को विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा संस्कृत की बड़ी बेटी का दर्जा प्राप्त है। हिंदी प्रवक्ता पंचदेव पाण्डे ने कहा कि भाषा एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा हम अपने विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने हिंदी को अपने दैनिक जीवन में अपनाने पर जोर दिया।
देवराज ओमरे ने हिंदी भाषा को देश के गौरव, मान और सम्मान से जोड़ते हुए कहा कि यह हमारी अपनी भाषा है, जिसे आज पूरे विश्व में मान और सम्मान मिल रहा है। मनोहर लाल ने बताया कि हिंदी हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान और गौरव प्रदान कराती है। उन्होंने कहा कि हम सभी का कर्तव्य है हमें हिंदी भाषा के विस्तार के लिए यथासंभव प्रयास करना चाहिए। अंत में प्रधानाचार्य संजीव कुमार पंत ने कार्यक्रम का समापन करते हुए कहा कि हमें हिंदी भाषा के विकास एवं प्रचार प्रसार के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए ताकि हिंदी को पूरे विश्व में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हो सके।