मेधावी एवं गरीब छात्र-छात्राओं के लिए आरएनबी में शुरू हुई फ्री आवासीय कोचिंग।
मॉडल जिले की परिकल्पना को साकार करने हेतु डीएम ने शुरू की नई पहल।
लोहाघाट ।जिले के मेधावी एवं गरीब छात्र-छात्राए जो इंजीनियरिंग व मेडिकल में जाना चाहते हैं, उनके लिए राजीव नवोदय विद्यालय में आवासीय कोचिंग की मुफ्त सुविधा शुरू हो गई है जिसमें उन्हें आवास भोजन व पुस्तकें आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध की गई है !चंपावत को मॉडल जिला बनाने की सीएम धानी धानी की परिकल्पना के तहत गरीब एवं मेधावी बच्चों के डॉक्टर इंजीनियर बनने के सपने को पंख लगाने के लिए जिलाधिकारी नरेश जी भंडारी की पहल पर राजीव नवोदय विद्यालय में यह व्यवस्था शुरू की गई है! यह उत्तराखंड का पहला विद्यालय है जहां आवासीय कोचिंग की व्यवस्था की गई है ।इस कार्य को संचालित करने की पूरी जिम्मेवारी डायट के प्राचार्य एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी जितेंद्र सक्सेना को सौंपी गई है ।तथा डायट द्वारा ही पूरा अकादमिक अनुरक्षणज्ञ का कार्य किया जाएगा ! डायट द्वारा फ्री कोचिंग के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी ।वर्तमान में लगभग 60 छात्र कोचिंग ले रहे हैं जबकि 100 छात्रों को कोचिंग देने का लक्ष्य है ।सुबह 9:15 से 4:25 बजे तक तथा शायं 5:30 से 8:00 तक कोचिंग की चार कक्षाएं संचालित की जाएंगी ।कोचिंग के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त आधा दर्जन विषय विशेषज्ञों की व्यवस्था की गई है इसके अलावा डायट के प्रवक्ता भी अपना पूरा सहयोग करेंगे।
मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री सक्सेना के अनुसार कोचिंग के माध्यम से उन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी लाभ मिलेगा जहां भौतिक रसायन गणित व जीव विज्ञान संकाय के प्रवक्ता ना होने के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी ।कोचिंग के लिए सभी आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध की जा चुकी है । आवासीय कोचिंग कक्षाओं के कारण राजीव नवोदय विद्यालय में अभाव की भी पूर्ति संभव हो रही है ।श्री सक्सेना का कहना है कि हमने कोचिंग ले रहे शत प्रतिशत छात्र छात्राओं को इंजीनियर व डॉक्टर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।यह कोचिंग करने वालों पर निर्भर करता है कि वह अपना भविष्य संवारने के लिए इन सुविधाओं का कितना दोहन कर पाते हैं।