चंपावत। जिले में उद्यान विभाग द्वारा सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में हिमाचल की तर्ज पर चलने के किए जा रहे प्रयास अपना रंग दिखाने लगे हैं। इस वर्ष टमाटर व शिमला मिर्च का मल्चिंग एवं पॉलीहाउस में अच्छा उत्पादन होने से किसान भविष्य के प्रति काफी उत्साहित हुए हैं तथा निकट भविष्य में सब्जियों के उत्पादन का प्रक्षेत्र दोगुना करने के लिए अनेक तैयारियां की जा रही है। खुले में शिमला मिर्च वह टमाटर को अधिक वर्षा से हुए नुकसान को देखते हुए आगामी वर्ष के लिए मल्चिंग का क्षेत्र शत प्रतिशत किए जाने की मांग होने लगी है। अब मार्चिंग की प्लास्टिक की सीट प्लेन न देकर कंपनी से ही उसमें छेद बना कर दिए जाएंगे जिससे सीट का प्रयोग केवल सब्जी उत्पादन में ही किया जा सकेगा। इससे उत्पादन में तीन गुना तक वृद्धि होगी। मल्चिंग के साथ ड्रिप इरिगेशन तथा फलों और सब्जियों को औलों आदि से बचाने के लिए प्लास्टिक की जालियां भी उपलब्ध किए जाने से उत्पादन में आशातीत वृद्धि होगी। डीएचओ टीएन पांडे के अनुसार इस वर्ष जिले में 182 हेक्टेयर क्षेत्र में शिमला मिर्च पैदा की गई थी जिसमें एक 1172 मेट्रिक टन तथा 420 हेक्टेयर क्षेत्र में टमाटर पैदा किए जाने से 3694 मैट्रिक टन टमाटर का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है जिससे किसान काफी उत्साहित हैं तथा निकट भविष्य में सब्जियों का क्षेत्र दोगुना करने के लिए स्वयं किसान आगे आ रहे हैं।
डीएचओ के अनुसार इस वर्ष जिले में 1046 पॉलीहाउस 90 फ़ीसदी सब्सिडी में उपलब्ध किए जा रहे हैं। पॉलीहाउस लगाने में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का भी सहयोग लिया जा रहा है जिससे हर जरूरतमंद व्यक्ति को यह सुविधाएं मिल सके। पोलि हाउस का आकार किसानों की भूमि की स्थिति को देखते हुए तय किया जाएगा। डी एच ओ के अनुसार किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं ।आगामी रविवार से लोहाघाट के रामलीला मैदान में किसान हाट शुरू किया जाएगा जिससे सभी प्रकार के उत्पादों को लाया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष एवं प्रमुख सब्जी उत्पादक नवीन करायत, तारा दत्त खर्कवाल, रमेश खर्कवाल, रघुवर दत्त मुरारी आदि का कहना है कि उद्यान विभाग अब जिस समनन्य के साथ कार्य कर रहा है उसे देखते हुए आने वाले समय में चंपावत जिले में रिकॉर्ड सब्जी का उत्पादन करने में सक्षम हो जाएगा।