चंपावत। धूनाघाट-रीठा साहिब मार्ग के मध्य लधौली में 8 जून को तीर्थ यात्रियों के साथ हुई मारपीट के बाद सिख संगत ने अपने को असुरक्षित महसूस करते हुए उन्होंने जिला प्रशासन से दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में रीठासाहिब गुरुद्वारा के प्रबंधक बाबा श्याम सिंह के नेतृत्व में गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब से आए लोगों का शिष्टमंडल प्रभारी डीएम हेमंत वर्मा एवं प्रभारी पुलिस अधीक्षक एस एस राणा से मिला तथा उन्हें ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि गुरुद्वारा रीठासाहिब उनकी धार्मिक आस्था का केंद्र है। 8 जून को उक्त स्थल में कुछ लोगों द्वारा तीर्थ यात्रा में आए आधा दर्जन यात्रियों से मारपीट करने के साथ उनकी बाइक पहाड़ी में लुढ़का दी। इस घटना के बाद यहां आने वाले तीर्थयात्री काफी भयभीत एवं अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
इधर प्रभारी एसपी एस एस राणा ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक बताते हुए कहा कि पूरे यात्रा मार्ग में पुलिस तैनात कर यात्रियों की रक्षा व सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। नामदर्ज आरोपी व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित कर दी गई हैं। मामले की विवेचना एस एस आई भुवन आर्य कर रहे हैं। राणा ने बताया कि अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि वाहन को पास देने के चक्कर में यह विवाद पैदा हुआ। बाद में विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट की नौबत आ गई, जिसमें पीछे से बाद में आ रहे निर्दोष तीर्थ यात्री भी इसकी चपेट में आ गए। एस पी के अनुसार बाहर से आने वाले तीर्थ यात्री हमारे मेहमान हैं। उनकी रक्षा और सुरक्षा हमारा बुनियादी कर्तव्य है। लोहाघाट थाने में इस घटना की क्रॉस रिपोर्ट तथा चंपावत में एकतरफा रिपोर्ट दर्ज हुई है। अलबत्ता दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रभारी जिला अधिकारी ने भी शिष्टमंडल को त्वरित कार्रवाई करने एवं सुरक्षा का आश्वासन दिया। उधर दिल्ली के कार सेवा प्रमुख बाबा सुरेंद्र सिंह ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा व सम्मान पर विशेष जोर दिया है। इधर लोगों ने भी इस घटना की निंदा की है कहा गुरुद्वारा रीठासाहिब हमारे मान व सम्मान का ऐसा केंद्र है, जहां देश-विदेश के लोगों की हमें मेजबानी करने का अवसर मिलता है।