चंपावत। सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कुल 55 अधिकारियों की तैनाती की गई है। जिनको गांव में जाकर ग्रामीणों के साथ बैठकर उनकी विभिन्न समस्याओं के साथ ही क्षेत्र की समस्याओं को सुनने के साथ ही उनके निस्तारण की कार्रवाई कराई जानी है। सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा किए जा रहे ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण की जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी द्वारा समीक्षा की गई।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए की सरकार जनता के द्वार, शासन का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। प्रत्येक अधिकारी दिए गए रोस्टर के अनुसार निर्धारित समय पर गांव का भ्रमण कर उनकी समस्याओं से अवगत हों तथा यह सुनिश्चित करें कि महज यह एक भ्रमण न रहकर अवश्य ही प्राप्त शिकायतों तथा समस्याओं का एक निश्चित समय अंतर्गत उनका समाधान एवं निस्तारण भी हो, यह सुनिश्चित किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार जनता के द्वार के अंतर्गत प्राप्त शिकायतें एवं समस्याओं को समय पर निस्तारित करने हेतु अधिकारी व्यक्तिगत रुचि लें। जो समस्याएं प्राप्त होती है व जिस विभाग से संबंधित हो संबंधित विभाग के अधिकारी को तत्काल दूरभाष के माध्यम से भी अवगत कराते हुए लगातार समस्या के निस्तारण के संबंध में प्रगति लेते हुए उनका निस्तारण करें। आपसी समन्वय से कार्य करें।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वह विशेष रूप से गांव में यह देख ले या जानकारी ले लें कि उन्हें सरकार की योजनाओं व सुविधाओं का समय पर लाभ मिल रहा है या नहीं ताकि अनुमन्य सुविधा संबंधित लाभार्थी को दी जा सके। उन्होंने कहा कि किसी समस्या का समाधान अगर तात्कालिक रूप से उनके माध्यम से हो सकता है तो वह उनके संज्ञान में भी उसे लाए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत किए गए भ्रमण की रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप में प्रत्येक माह की 25 तारीख तक अवश्य उपलब्ध कराए। अधिकारी इसमें किसी भी प्रकार के लापरवाही ना करें। इस कार्यक्रम को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संपन्न कराए। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिला अधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, एपीडी विमी जोशी, डीईएसटीओ दीपकीर्ति तिवारी सहित सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।