चंपावत। जनपद भ्रमण पर पहुंचे सचिव गन्ना विकास, कौशल विकास उत्तराखंड शासन विजय कुमार यादव ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में जिले के विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर केन्द्र सरकार की ध्वजवाहक कार्यक्रम एवं जिले में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा की। बैठक के दौरान सचिव ने कहा कि सरकार की योजनाएं धरातल पर पंहुचे और उनका लाभ आम जनता तक समय पर मिले इस हेतु अधिकारी प्रत्येक योजना में शत प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति करें। सचिव ने ध्वजवाहक कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विभागों के द्वारा संचालित योजनाओं की विभागवार समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने योजनावार जिले की प्रगति की जानकारी सचिव को दी।
जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान अवगत कराया कि गत वर्ष लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत घरों को पेयजल संयोजन से जोड़ा गया। इस वर्ष भी शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हेतु कार्ययोजना तैयार करते हुए विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। सचिव ने कहा कि जिन घरों में पेयजल संयोजन कर जलापूर्ति की जा रही है, उनका थर्डपार्टी परीक्षण भी अवश्य करा लिया जाय। जहां नलों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है उसे तत्काल ठीक कराया जाय। सचिव ने यह भी निर्देश दिये कि जिन ग्रामों/ क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कार्य पूर्ण हो गये हैं वहां टीम भेजकर सर्वे किया जाय ताकि वहां सभी परिवारों को पेयजल उपलब्ध हो रहा है अथवा नहीं ज्ञात हो सके। प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो।

एनआरएलएम योजना की समीक्षा के दौरान अवगत कराया कि जिले में कुल 2224 स्वयं सहायता समूह गठित हैं जिनमें कुल 15139 महिला जुड़ी हैं। सचिव ने प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देश दिए कि वनाग्नि की रोकथाम हेतु पीरूल के उत्पादों को तैयार करने हेतु वह भी महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन कर उन्हें इससे संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की ईमार्केटिंग भी कराई जाए ताकि उन्हें अधिक लाभ मिले। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिले में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों, उत्पादों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जिले में महिलाएं रोजमेरी के पौधारोपण आदि का भी कार्य कर रही हैं। जिले में स्थानीय उत्पादों की बिक्री हेतु 3 ग्रोथ सेंटर लौह उत्पाद, शहद व प्रसाद के बनाए गए हैं।
प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना की समीक्षा के दौरान सचिव ने जिला सेवायोजन अधिकारी को निर्देश दिये कि बच्चों की मांग के अनुसार ही सम्बन्धित ट्रेड में बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाय तथा जिन बच्चों को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया गया है वे बच्चे प्रशिक्षण के बाद क्या कर रहे हैं यह डेटा भी एकत्रित किया जाय।
औद्यानिकी, कृषि कार्यों की समीक्षा के दौरान सचिव ने उद्यान, कृषि, एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक उत्पाद के क्षेत्र में जनपद को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किये जायें। यह डाटा एकत्रित किया जाय कि जनपद में कौन सा उत्पाद कितनी मात्रा में उत्पादित हो रहा है तथा उस उत्पाद की आपूर्ति कहा हो रही है। जिले में स्थानीय उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया जाय।

जिलाधिकारी ने सचिव को जनपद की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि जनपद के विभिन्न विभागों में अधिकारी एवं कर्मचारियों के स्वीकृत पद के सापेक्ष भरे गए पदों की संख्या कम है, वर्तमान में जनपद में आयुष विभाग की अपना कोई भवन नहीं है, नगर पंचायत लोहाघाट में नजूल भूमि होने के कारण एवं नगर पालिका परिषद टनकपुर तथा नगर पंचायत बनबसा में खाम एवं राज्य सरकार की भूमि होने के कारण वहां के निवासियों को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जनपद चंपावत में तीन वन विभाग है हल्द्वानी वन प्रभाग हल्द्वानी तराई, पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी, चंपावत वन प्रभाग चंपावत है जिससे कार्य व समन्वय करने में समस्या आती है यदि भविष्य में इन तीनों वन प्रभाव का सीमांकन करते हुए चंपावत जिले से सटे सभी क्षेत्रों को चंपावत वन विभाग में सम्मिलित कर लिया जाए तो वन विभाग के कार्यों को करने में आसानी होगी, जनपद में नाशपाती एवं नींबू प्रजाति फलों का उत्पादन उचित मात्रा में होता है लेकिन किसानों को फलों का उचित मूल्य प्राप्त नहीं हो रहा है जिससे फलों को भी नुकसान होता है जिसके लिए वाइन प्लांट स्थापित करने की जरूरत है ताकि किसानों को उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त हो सकें।

बैठक में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल, मुख्य विकास अधिकारी आरएस रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी केके अग्रवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी पुरोहित सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।