
राजकीय पीजी कॉलेज द्वारा ईट राइट इंडिया नशा मुक्ति अभियान के तहत हुई जिला स्तरीय गोष्टी।
लोहाघाट। हमारे खान पान, प्रकृति के विपरीत आहार करने शॉर्टकट के रूप में बच्चों को जंगफूड परोसने तथा पौष्टिक अनाजों की अनदेखी कर कृत्रिम और रासायन युक्त भोजन करने तथा नशे की लत से लगातार शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता क्षीण पढ़ने से आज की पीढ़ी को विभिन्न रोगों ने चारों ओर से घेर लिया है। यह विचार राजकीय पीजी कॉलेज द्वारा ईट राइट इंडिया एवं नशा मुक्ति अभियान विषय पर नगर पालिका सभागार में आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में विभिन्न वक्ताओं ने व्यक्त किए कार्यशाला के मुख्य अतिथि नगर पालिका के चेयरमैन गोविंद वर्मा ने कहा कि घर से ही बच्चों को को संस्कार मिलते हैं। यदि घर में बच्चों को मनाने के लिए उसके हाथ में मोबाइल फोन दिया गया तो निश्चित तौर पर बच्चे पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होने महा महाविद्यालय द्वारा की गई इस पहल का स्वागत किया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कालेज की प्राचार्य प्रोफेसर संगीता गुप्ता ने मुख्य अतिथि का महाविद्यालय परिवार की ओर से स्वागत किया कहा आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हमने पूर्वजों की विरासत कहे जाने वाले मडुवा,झंगोरा , माद्रा आदि पौष्टिक भोजन से नाता तोड़ने के कारण अनेक बीमारियों को दावत देते आ रहे हैं ।उन्होंने नशे को समाज का सबसे बड़ा अभिशाप बताते हुए इससे युवा पीढ़ी को बचाने के लिए हर वर्ग को आगे आने का आह्वान किया ।उन्होंने महाविद्यालय द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए डॉक्टर सुमन पांडे के प्रयासों को भी सराहा।
नवीन राय के संचालन में कराटे कोच दीपक अधिकारी सामाजिक कार्यकर्ता राजू गड़कोटी फुटबॉल के क्षेत्र में महाविद्यालय को गौरवान्वित करने वाले छात्र रजत सामंत प्रभारी थानाध्यक्ष हरीश कुमार आशा ब्लॉक कोऑर्डिनेटर निर्मला पुनेठा आदि ने नशे की बढ़ती लत पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके लिए व्यापक जन जागरण की आवश्यकता बताई ।कार्यशाला में महाविद्यालय के स्वयंसेवी छात्रों के अलावा डॉ अर्चना त्रिपाठी, डॉक्टर रुचिर जोशी , डॉ रवि सनवाल ,आरसी जोशी ,रमेश चंद्र भट्ट समेत क्षेत्र की सभी आशा कार्यकर्ता एवं समाजसेवी लोग मौजूद थे। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ सुमन पांडे ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालय द्वारा संचालित इस मुहिम में समाज का हर वर्ग शामिल होकर नई पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाने के लिए आगे आए।