लोहाघाट। पेयजल समस्या का निदान करने के साथ पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण कोलीढेक झील में नौकायन शुरू हो गया है। प्रथम चरण में चार पैडल वोट के माध्यम से पर्यटन झील में नौकायन का पर्यटक आनंद उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री की ओर से वर्चुअल शुभारंभ करने के बाद झील में पर्यटन गतिविधियां शुरू हो गई हैं। पर्यटकों को लुभाने के लिए पूजा अर्चना के साथ झील में चार नावों का संचालन शुरू किया गया है।
पंडित मदन कलौनी, पंडित नवीन बगौली के पुरोहित्य में बुधवार को पूजा-अर्चना के साथ नावों को झील में उतारा गया। नाव संचालक राहुल ढेक और संतोष चंद ने बताया कि पर्यटन विभाग के सहयोग से ऋण लेकर चार नावों को खरीदा है। गुरुवार से नावों का विधिवत संचालन शुरू हो जाएगा। करीब चार वर्षों के इंतजार के बाद कोलीढेक झील का निर्माण कार्य गत दिसंबर माह में पूरा कर लिया गया था। जनवरी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर में झील का वर्चुअली शुभारंभ किया था। झील का निर्माण पूरा होने के बाद चम्पावत, पाटी, देवीधुरा खेतीखान, गुमदेश के अलावा पिथौरागढ़, टनकपुर आदि स्थानों से पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई थी। अब झील में नावों का संचालन शुरू होने से पर्यटकों की आवाजाही काफी बढ़ेगी। जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
कोरोना के कारण झील निर्माण में हुई देरी
कोलीढेक झील का निर्माण कार्य नवंबर 2018 में शुरू हो हुआ था, जो चार साल बाद दिसंबर 2022 को पूरा हुआ। झील का निर्माण कार्य नवंबर 2020 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना महामारी और आपदा के चलते निर्माण कार्य में देरी हुई। 30.76 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस झील की लंबाई 1500 मीटर, चौड़ाई 80 मीटर और गहराई 21 मीटर है। झील के अस्तित्व में आने के बाद लोहाघाट नगर के लिए यहां से लिफ्ट पेयजल योजना की डीपीआर को शासन से स्वीकृति मिल चुकी है।