लोहाघाट। डायट लोहाघाट में तीन दिवसीय जनपदीय संदर्भ समूह की कार्यशाला का शुभारंभ डायट प्राचार्य अवनीश शर्मा की अध्यक्षता तथा शिवराज सिंह तड़ागी के संचालन में किया गया। कार्यक्रम समन्वयक डा. नवीन चंद्र जोशी द्वारा कार्यशाला की विस्तृत रूपरेखा रखने के साथ ही डायट लोहाघाट को सामाजिक विज्ञान एवं परिवेशीय अध्ययन हेतु उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित करने हेतु विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। मुख्य संदर्भदाता डीआरपी प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि कक्षा पांच तक परिवेशीय अध्ययन तथा माध्यमिक स्तर पर सामाजिक विज्ञान विषय हेतु कठिन संबोधों व लर्निंग आउटकम को चयनित करने के तरीकों के साथ ही सीखने के प्रतिफलों की प्राप्ति हेतु उत्कृष्ट सामग्री तैयार करने तथा विद्यालयों में सामाजिक विज्ञान की लैब स्थापित करने एवं बाल शोध मेलों को अयोजित करने हेतु रोडमैप तैयार करने की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
डिग्री कॉलेज लोहाघाट से गेस्ट फैकल्टी के रूप में डा. ममता गंगवार ने बच्चों में जिज्ञासा उत्पन्न करने और परिवेश से जोड़ने पर जोर दिया। कमल गहतोड़ी ने एनईपी 2020 के 21 सिद्धांतों का विस्तारपूर्वक वर्णन करने के साथ ही सामाजिक विज्ञान की मूलभूत अवधारणा को स्पष्ट किया। कार्यशाला में डा. पारुल शर्मा ने भूगोल विषय के शिक्षण के तरीकों से अवगत कराया और विभिन्न संबोधों के शिक्षण के तरीकों को बताया। कार्यशाला में वर्षभर जनपद एवं राज्य स्तर में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की रूपरेखा तैयार करने का रोडमैप तैयार किया गया। कार्यशाला में जनपद के प्राथमिक, जूनियर तथा इंटरमीडिएट विद्यालयों के 34 शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रतिभाग कर रहे हैं।