चम्पावत। सरकार द्वारा गांव-गांव में स्कूल और सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। ताकि ग्रामीण इलाकों को सड़क से जोड़कर उनका विकास किया जा सके और गांवों में स्कूल बनाकर वहां के बच्चों को शिक्षित किया जा सके, लेकिन पाटी विकासखंड के ग्राम पंचायत खरही में कुछ और ही मामला देखने को मिला है। यहां पर स्कूल पढ़ने वाले बच्चों और आंगनबाड़ी जाने वाले बच्चों को स्कूल जाने के लिए जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ता है।
वहीं इस नाले को क्रॉस करने के लिए कोई और रास्ता नहीं है यातायात के लिए बनी पुल वर्ष 2021 की आपदा में टूट गयी और यहां से निकलने के लिए सिर्फ एक संकरा और खीचड़ भरा रास्ता ही बचा है। जिससे निकलने में अनहोनी का डर हमेशा सताता रहता है। नाले को क्रॉस करने वाला दूसरा रास्ता तो है, लेकिन उस पर कोई भी पुल पुलिया नहीं बनी है।
इसी लिए स्कूल के बच्चे एवं ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर प्रतिदिन और बारिश के समय इस को पार करते हैं। अब ऐसे में पंचायत द्वारा पुलिया निर्माण को लेकर शासन को प्रस्ताव भेज देने 4.80 लाख का स्टीमेट बन कर तैयार तो हुआ लेकिन बजट मात्र 75 हजार रूपए ही पास हुआ ऐसे में पुलिया निर्माण कार्य शुरू किया जाना मुश्किल ग्राम प्रधान सुनिता बोहरा ने बताया कि इस पुलिया निर्माण में लगभग 6-7 लाख की लागत आ रही है। प्रयास किए जा रहे ताकि स्कूल के पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल जाने के लिए रास्ता एवं पुलिया मिल सके। वर्ष 2021 की आपदा खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की जुबानी, उनकी परेशानी
पुलिया बह जाने से नाला पार करते समय डर लगता है। स्कूली बच्चों का कहना कि हम स्कूल जाते समय गिर कर घायल भी हो चुके हैं। और तो और बारिश के मौसम में तो हम लोग स्कूल बड़ी ही मुश्किल से जा पाते हैं। क्योंकि नाले पर ज़्यादा पानी आ जाता है। ग्रामीण सूरज बोहरा,दिवान सिंह, दुर्गा नाथ, महेश नाथ, प्रकाश सिंह, पुष्कर सिंह, नारायण सिंह, श्याम सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि इस पुलिया निर्माण कार्य को लेकर बजट बढ़ाया जाए जिससे कि पुलिया बन जाय जिससे यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से हो सके।