लोहाघाट। राष्ट्रीय राजमार्ग में मरोड़खान के पास चल रहे सड़क के ट्रीटमेंट कार्य से निकल रहे मलवे को डंपिंग जोन में न डालकर सीधे जल स्रोतों एवं वन पंचायत पाटन पाटनी के जंगलों में डालने से जल स्रोत प्रभावित होने के साथ पंचायती भूमि में पैदा हो रहे पौधे दब चुके हैं। ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों के इस रवैया पर अपना आक्रोश जताया है। वन पंचायत के सरपंच गंगा सिंह पाटनी का कहना है कि एनएच के ठेकेदारो द्वारा पंचायती संपत्ति को नुकसान पहुंचा कर एनजीटी के नियमों का सरासर उल्लंघन भी किया है। एनएच के अधिशासी अभियंता का अतिरिक्त कार्य भार देख रहे हैं । पिथौरागढ़ एनएच के ईई हरीश बुदियाल का इस ओर ध्यान आकर्षित किए जाने पर उन्होंने बताया कि वे इस प्रकरण में त्वरित कार्रवाई करेंगे।