लोहाघाट। पूर्व सैनिक लंबे समय तक सेना में रहते हुए उन्हें विभिन्न कार्यों की जानकारी होने के साथ वह अनुशासित एवं उनमें कुछ नया करने का जज्बा होता है। सेना से रिटायर होने के बावजूद भी उनका जज्बा कम नहीं होता है। पूर्व सैनिकों को सेना की तरह अनुशासन में रहते हुए अपने कार्यों को संपादित करते कर समाज व राष्ट्र सेवा में अपने को पूरी तरह समर्पित करना चाहिए। यह बात पूर्व सैनिकों के सम्मेलन में देहरादून से आए रिटायर्ड मेजर जनरल एमएल असवाल एवं ब्रिगेडियर मुकुल भंडारी ने व्यक्त किए। उन्होंने पूर्व सैनिकों की समस्याओं को सुनने तथा उनका अपने स्तर से निराकरण करने का आश्वासन देते हुए कहा कि वह संगठित होकर अपनी ऊर्जा का दोहन, सकारात्मक कार्यों, समाज की भलाई एवं हर अच्छे कार्य में करें। उन्होंने पूर्व सैनिक लीग की जिला इकाई द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि लिग के अध्यक्ष कैप्टन आरएस देव एवं उनके सहयोगियों को बधाई देते हुए कहा कि वह लोहाघाट नगर को नीट एंड क्लीन बनाने में भी अपना सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की शक्ति व समर्थ की अनुरूप उन्हें रोजगार के लिए जिला पर्यटन अधिकारी से वार्ता कर पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे विकास में पूर्व सैनिकों की सहभागी करने को कहा गया। उन्होंने लोहाघाट में ओल्ड एज होम खोलने पर विचार करने का आश्वासन देते हुए पूर्व सैनिकों से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ने पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने मछलियों के उत्पादन को बढ़ावा देकर गांव में रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए सूबेदार कृष्णानंद गहतोड़ी समेत मयंक ओली, लीक के अध्यक्ष कैप्टन देव को पुरस्कृत कर सम्मानित किया। इससे पूर्व सैनिक अधिकारियों में यहां पहुंचने पर उनका पूर्व सैनिकों द्वारा स्वागत किया इस अवसर पर वयोवृद्धि सैनिक कैप्टन अमर सिंह बोहरा समेत पूर्व फौजी एवं सैनिक वीरांगनाएं भी मौजूद थी।