देवीधुरा। यहां चल रहे बग्वाल मेले में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम मची हुई है। गीत एवं नाट्य प्रभाग, संस्कृति मंत्रालय से जुड़े दर्जनों सांस्कृतिक दलों के कलाकार यहां देर रात तक दर्शकों को बांधे रहते हैं। पिछले चार दिनों से यहां स्टार नाइट भी चल रही है जिसमें दर्शकों को काबू करना भारी पड़ रहा है। स्थानीय लोक कलाकार भी अपने फन का जौहर दिखा रहे हैं। बाराही धाम में मां बाराही की शोभा यात्रा के बाद लोग खरीददारी भी शुरू करने लगते हैं। देवीधुरा में आए दिनों हल्द्वानी, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, दिल्ली, आदि स्थानों से व्यापारी, खेल तमाशे वाले आदि लोग भारी संख्या में आए हुए हैं। मंदिर कमेटी के संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया ने बाहर से आए कलाकारों के शानदार प्रदर्शन के लिए उनके दल नायकों को सम्मानित किया।
देवीधुरा मेले में धुनाघाट की लोहे की कढ़ाईयों की भी मची है धूम
देवीधुरा। यहां चल रहे बग्वाल मेले में धुनाघाट की हाथ से बनी लोहे की कढ़ाईयों की व्यापक बिक्री हो रही है। यहां वर्षों से धुनाघाट के लोहार हाथ से बने लोहे की कढ़ाईयों की बिक्री करते हुए आ रहे हैं जिसके लिए वे तीन माह पहले से ही तैयारी में जुट जाते हैं। यहां धुनाघाट के कैलाश राम की कढ़ाईयां उनके नाम से बिकती हैं। इन कढ़ाईयों की सर्वाधिक विशेषता यह है कि इनमें जंग नहीं लगता है। नींबू व राख से साफ करने पर यह चमक जाती हैं। इनमें जो भी भोजन बनाया जाता है उसमें प्राकृतिक रूप से आयरन पैदा हो जाता है तथा उसका स्वाद भी लाजवाब होता है।