लोहाघाट। ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास एवं लोगों को अपनी माटी से जोड़े रखने के लिए पाटी ब्लॉक के सुदूर सांगो गांव के दिनेश चंद्र जोशी द्वारा जिस सोच एवं तकनीकी को श्रीमिशन संस्थान ने अपनाया, उससे प्रेरणा लेकर भारत सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित आईआईटी दिल्ली के संयोजन में सेंट्रल फॉर रूरल डेवलपमेंट टेक्नोलॉजी (सीआरडीपी) के हेड प्रोफेसर विवेक कुमार ने अपनाकर अब नॉलेज ऑन व्हील्स यानी सचल ज्ञान -विज्ञान वाहन के माध्यम से चलते-फिरते लोगों को सभी प्रकार के ज्ञान-विज्ञान, तकनीकी जानकारी देने के साथ जमीनी स्तर पर हो रहे कार्यों की वास्तविक तस्वीर सामने लाने, क्षेत्र में शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य आजीविका संवर्धन के लिए नीतिगत योजनाओं हेतु आवश्यकताओं का आकलन करना, वीडियो,ऑनलाइन, ऑफलाइन आदि डिजिटल प्लेटफार्म से विषय विशेषज्ञों द्वारा आम लोगों से संवाद एवं उन्हें आधुनिक ज्ञान विज्ञान की जानकारी व प्रशिक्षण देना है। इसके अलावा तीन स्तर की गांव की सरकार से जुड़े ग्रामीण जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठन व वास्तव में पहाड़ की पीड़ा को कम करने की इच्छा रखने वाले लोगों को इस पहल का हिस्सा बनाकर लोगों को सामाजिक,आर्थिक,वैचारिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ सबल बनाना है।
श्रीमिशन संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष दिनेश चंद्र जोशी के अनुसार 3 नवंबर को पीजी कॉलेज चंपावत में इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम सचल ज्ञान-विज्ञान वाहन नॉलेज ऑन व्हील्स का सीआरडीपी के हेड प्रोफेसर विवेक कुमार द्वारा समारोहपूर्वक लोकार्पण किया जाएगा। दूसरे दिन बाराही धाम देवीधुरा में मां बज्र बाराही की पूजा अर्चना कर वहां से आम लोगों की भलाई के लिए शक्ति व सामर्थ्य अर्जित कर सचल वाहन का श्री गणेश किया जाएगा। उन्होंने इस कार्य में समाज के प्रत्येक वर्ग से सहयोग व मार्गदर्शन की अपील की है। श्री जोशी का कहना है कि यह पहला अवसर है, जब विश्वविख्यात प्रोफेसर द्वारा इस क्षेत्र में एक महान कार्य की शुरुआत की जा रही है। यह कार्यक्रम बाद में राष्ट्रीय स्तर पर भी संचालित किया जाएगा।