लोहाघाट। सड़क के डामरीकरण की मांग को लेकर गुस्साये लोगों ने जब चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय लिया तो जिला प्रशासन का ध्यान उनकी ओर गया। बृहस्पतिवार को रोलमेल संघर्ष समिति के लोगों का एक शिष्ट मंडल अध्यक्ष पीतांबर गहतोडी़ के नेतृत्व में जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे से मिला । तथा उन्हें अपनी दिक्कतों से अवगत कराया, ग्रामीणों का कहना था कि रोलमेल क्षेत्र में फल, सब्जी, मछली उत्पादन ,दुग्ध उत्पादन आदि सभी क्षेत्रों में लोग हाड़तोड़ मेहनत कर रहे है। लेकिन यातायात के सुगम साधन न होने के कारण उनके उत्पाद बाजारों में नहीं पहुंच पा रहे हैं। छिलकाछिना से रोलमेल- बड़ेत में बनी आठ किलोमीटर लंबी सड़क डामरीकरण के अभाव में वीरान पड़ी हुई है ।जिसमें कोई भी वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है। जिलाधिकारी ने बताया कि उक्त सड़क मार्ग का डामरीकरण करना मुख्यमंत्री जी की घोषणा में पहले से ही शामिल है जिसमें विभागीय कार्यवाही चल रही है। चुनाव के बाद इस कार्यवाही में तेजी आएगी ।ग्रामीणों का यह भी कहना था कि तोली गांव इंटीग्रेटेड फार्मिंग में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है, जिसे देखने के लिए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को गांव में आने की दावत भी दी है। जिलाधिकारी के आश्वासन एंव आत्मीय व्यवहार के बाद ग्रामीणों ने शत प्रतिशत मतदान करने का निर्णय लिया। जिला अधिकारी से मिलने वालों में हरि नंदन , सुंदर सिंह ,भैरव दत्त, रविंद्र सिंह, ग्राम प्रधान धीरज सिंह आदि लोग शामिल थे।