एक तरफ दुल्हन बनी बेटी के विदा होने के बाद मां के आंसू सूखे भी नहीं थे कि सामने कफन में लिपटा पति का पार्थिव शरीर आ गया ।
लोहाघाट। नियति का क्रूर चक्र कहां व कब घूम जाए ,कोई नहीं जान सकता लेकिन उस मां पुष्पा को ईश्वर ने कहां से इतनी शक्ति दी होगी की एक और…