इबादत के साथ सामाजिक जिम्मेदारियां की भी हिदायत देता है अल्लाह – मुस्तफा
लोहाघाट। एक माह तक चले रमजान के पाक महीने के बाद ईद – उल – फितर ढ़ेर खुशियां लेकर आती है। रमजान के रोजे को रखना भी यही बताता है…
सच वही जो हमने कहा
लोहाघाट। एक माह तक चले रमजान के पाक महीने के बाद ईद – उल – फितर ढ़ेर खुशियां लेकर आती है। रमजान के रोजे को रखना भी यही बताता है…