लोहाघाट क्षेत्र से लगी हुई ग्राम सभा पाटन पाटनी के कालशन मंदिर में पंडित कमल कुलेठा के पुरोहित्य और पंडित दीप चंद्र पाटनी के संचालन में श्रावणी उपाकर्म संस्कार पूरे विधि विधान के साथ किया गया ।
पूजा कार्यक्रम में उपस्थित पंडित भगवत प्रसाद पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रावणी पूर्णिमा के दिन श्रावणी उपाकर्म यानी ऋषि तर्पण करने का विधान है। श्री भगवत पाण्डेय ने यह भी बताया कि इस दिन सुबह सबसे पहले प्राकृतिक जल स्रोत अथवा नदी तट की पास दश विधि स्नान और सूर्योपस्थान होता है। ततपश्चात गणेश पूजन, कलश स्थापना, नवग्रह पूजा आदि के साथ हाथ से बनाये गए जनेऊ और राखियों की पूजा, अर्चना कर उनकी प्रतिष्ठा की जाती है।भगवत पाण्डेय ने बताया कि उपाकर्म के दौरान सप्त ऋषियों, वेदोक्त ऋषियों , वंशोक्त ऋषियों और पितरों का तर्पण भी किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष नये जनेऊ को 31 अगस्त की सुबह धारण किया जाएगा और रक्षा बंधन पर्व दिन भर मनाया जायेगा।
उपाकर्म कार्यक्रम के अवसर पर उमेश पाटनी,भुवन चंद्र, रमेश पाटनी,महेश चंद्र, नवीन पाटनी, केशव दत्त, पूरन पाटनी,राम दत्त बिष्ट,मुरलीधर पांडेय, दिनेश पाटनी,दीपक पाटनी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।