लोहाघाट। बाराकोट मुख्यालय के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में ओ आर एस तक नहीं मिल पा रहा है। शनिवार को वहीं की एक महिला को उल्टी दस्त होने पर रात के 3 बजे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इमरजेंसी में जिस डाक्टर की ड्यूटी थी उनका रात को ड्यूटी में आना तो दूर सुबह हॉस्पिटल के समय में 8 बजे तक कोई ना डाक्टर हॉस्पिटल में आए न ही कोई स्टाफ। रात को एक स्टाफ नर्स मरीज को देख के चली गई। उसके बाद कोई मरीज की सुध लेने नहीं आया। ज्येष्ठ प्रमुख नंदा बल्लभ बगौली ने बताया कि समय में हॉस्पिटल में कोई भी स्टाफ नहीं होता और दिन के समय भी समय से पूर्व हॉस्पिटल के सारे कर्मचारी नदारद मिलते हैं। उन्होंने बताया कि ये एक दिन की बात नहीं, हमेशा का ही है। उन्होंने कहा कि पूरा स्टाफ होने के बावजूद भी लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ता है। उन्होंने बताया की इसकी सूचना उन्होंने कई बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दी है, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं हैं । उन्होंने कहा कि रात के लिए एक डाक्टर इमरजेंसी के लिए हॉस्पिटल में दिया जाए, जिससे लोगों को इमरजेंसी में फायदा मिले। साथ ही उन्होंने बताया कि इसकी सूचना वो जिलाधिकारी को भी देंगे और हॉस्पिटल में छापा मार कर हॉस्पिटल की व्यवस्था को देखेंगे। उन्होंने बताया कि 40 हजार की जनसंख्या वाले विकासखंड में स्वास्थ्य सुविधा भगवान भरोसे चल रही है। अगर व्यवस्था को सुधारा नहीं गया और समय से हॉस्पिटल में स्टाफ उपलब्ध नहीं हुआ तो वो जनता के साथ आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।