
लोहाघाट : रोडवेज के लोहाघाट डिपो साधनों व संसाधनों के अभाव के बावजूद लोगों की बेहतर सेवा एवं निगम प्रबंधन कीअच्छी आय देने के लिए उत्तराखंड में अब्बल घोषित किया गया है। इसका पूरा श्रेय एआरएम नरेंद्र कुमार गौतम के नेतृत्व में रोडवेज कर्मियों द्वारा दी गई उल्लेखनीय से संभव हो पाया है । एआरएम श्री गौतम विभाग में एक ईमानदार एवं कर्मठ अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। इनके द्वारा डिपो का कार्यभार ग्रहण करने के बाद डिपो की दशा और दिशा सुधरने के साथ यहां विभागीय आय में लगातार इजाफा होता गया। डिपो को यह उपलब्धि तब मिली है जब यहां बसों की भारी कमी है। जिसके कारण स्थानीय सड़क संपर्क मार्गों में एक भी बस सेवा संचालित नहीं हो पा रही हैं। डिपो को 20 नई बसों की तात्कालिक आवश्यकता है ।नागरिकों द्वारा लोहाघाट से देहरादून- पौंटा साहिब, लोहाघाट -देवीधुरा- देहरादून एवं लोहाघाट से यूपी के पूर्वांचल तक बस सेवा संचालित करने की लगातार मांग की जा रही है। पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस डिपो में टू वाई टू बसों के अलावा एसी बसों की भी लंबे समय से मांग से मांग की गयी है । डिपो का अभी तक अपना कार्यालय भवन नहीं है। 1982 में बने टीन सेटों में ही कार्यालय संचालित किया जा रहा है। जो थोड़ी सी बरसात में टपकने लगता है । डिपो परिसर में देवदार के आधा दर्जन से ऐसे खतरनाक देवदार के वृक्ष हैं। जो किसी भी समय जानलेवा बन सकते हैं। रोडवेज कर्मी एवं स्थानीय लोग पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण लोहाघाट नगर में रोडवेज का आदर्श डिपो बनाने के प्रयास में जुट गए हैं।
