देवीधुरा। बाराहीधाम में वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर राधा जोशी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं ने प्रभात फेरी निकाली जो बाराहीधाम के मुख्य मार्ग से होते हुए गुजरी। इस दौरान बच्चों ने विक्रमी संवत्सर एवं सनातन नव वर्ष पर सभी का स्वागत किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य नवीन सोराडी़ ने पश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण के कारण लोग उस वक्त नया साल मनाते हैं जब सारी प्रकृति शीतकाल के कारण सिकुड़ी एवं सुप्तावस्था में होती है। इस अंग्रेजी नए वर्ष के कारण समाज में नशे एवं अन्य सामाजिक विकृतियों को जन्म दिया है। इसके ठीक विपरीत सनातन हिंदू नव वर्ष ऐसे समय काल गणना के अनुसार आता है जब प्रकृति के चारों ओर हरियाली एवं फूल खिले रहते हैं मानो वह हमारा स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने लोगों को अपने बच्चों को शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार देने के लिए सनातनी रीति रिवाज के अनुसार नव वर्ष समेत सभी पर्व तीज त्योहारों को मनाने पर जोर दिया। सनातनी सभी त्योहारों के पीछे प्रकृति का संरक्षण एवं उसके नियम चलते हैं जहां व्यक्ति में स्वाभाविक रूप से प्रसन्नता के भाव पैदा होते हैं।