लोहाघाट/चंपावत। गुरु पूर्णिमा का पर्व नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया। बाराही संस्कृत महाविद्यालय देवीधुरा में वेदाचार्य संजीव पांडे की देखरेख में बच्चों द्वारा वेद मंत्रों के साथ हवन यज्ञ किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने उन्हें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले गुरुजनों के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर प्राचार्य हरिश् चंद्र पांडे, गोपाल दत्त पंतोला,ललित मोहन जोशी, प्रकाश चंद जोशी आदि सभी आचार्य भी मौजूद थे।
उधर छतार में शहीद शिरोमणि चिलकोटी चिल्ड्रन पार्क में पतंजलि योग समिति एवं छतार विकास समिति के संयुक्त तथावधान में गुरु पूर्णिमा पर्व पर गुरुजनों को सम्मानित करने के साथ हवन यज्ञ किया गया। जिसमें महेश जोशी, सभासद प्रेमा चिलकोटी, आरसीटी के पूर्व निदेशक जनार्दन चिलकोटी,पतंजलि योगपीठ के जिला संयोजक लोकमणि पंत,रेड क्रॉस सोसाइटी के जिलाध्यक्ष राजेंद्र गहतोड़ी समेत तमाम लोग मौजूद थे।
लोहाघाट के आयुष योग केंद्र में योग साधिकाओं द्वारा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सामूहिक रूप से गुरु पूजन कर इस पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की संयोजक सोनिया आर्या ने कहा कि गुरु धरती के ऐसे ईश्वर हैं जो भटके लोगों के लिए आशा की किरण, अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले, बगैर गुरु के वही स्थिति हो जाती है जैसे दूध के बिना गाय,फूलों के बिना लता, कमल के बिना जल और गुरु के बिना शिष्य की कोई शोभा नहीं होती है ।
उधर गुरु गोरखनाथ में गुरु पूर्णिमा पर्व अपार श्रद्धा के साथ मनाया गया। योगी रामनाथ जी महाराज ने गुरु पर्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जो हमारे जीवन को दशा और दिशा देते हैं वही हमारे गुरु होते हैं। उन्होंने गुरु पूर्णिमा पर्व की महत्ता बताते हुए कहा कि आज स्वयं चंद्रमा अपनी अलौकिक छटा बिखेरते हुए हम सब पर अमृत वर्षा भी करते हैं।