
लोहाघाट-28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के दिन विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाले वैज्ञानिकों को याद किया जाता है, लेकिन हमारे बीच मे कुछ लोग ऐसे हैं जो वैज्ञानिक न होते हुये भी बच्चों में छिपी प्रतिभा को उभारने का मंच प्रदान कर रहें हैं।
जनपद पंचायत के भारत नेपाल सीमा से लगे अति दुर्गम श्रेणी के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पासम के विज्ञान शिक्षक नरेश जोशी विगत बीस वर्षों से जनपद में विज्ञान समन्वयक का कार्य करते हुये सरकार द्वारा विज्ञान लोकप्रियकरण हेतु संचालित योजनाओं का समन्वयन करते हुऐ सैकड़ो विद्यार्थियों को राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करा चुके हैं। श्री जोशी द्वारा जनपद में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, इन्सपायरअवार्ड , विज्ञान महोत्सव के कार्यक्रमों का समन्वयन किया जाता है। जिसमें बच्चें अपने परिवेश की छोटी छोटी समस्याओं चिह्नित कर उनके समाधान को विद्यालय से लेकर ब्लॉक, जिला,राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत कर अपने अंदर की प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं।जनपद में विज्ञान की कोई गतिविधि आयोजित होती है तो उसमें श्री जोशी का सहयोग रहता है।श्री जोशी द्वारा उक्त गतिविधियों का संचालन विद्यालय के कार्य के साथ साथ किया जाता है। इनके इस तरह के कार्यो को देखते हुये राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा इनको उत्कृष्ट शिक्षक का पुरस्कार भी दिया जा चुका है।