चंपावत। पूर्व सैनिकों के पास लंबे समय तक देश सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के अनुभव, ज्ञान, शक्ति व ऐसी समर्थ होती है कि जिसका मॉडल जिले के नियोजन में पूरा दोहन किया जाएगा। सैनिक कभी बूढ़ा नहीं होता जब सारा देश सोया हुआ रहता है तब सैनिक हमारी रक्षा व सुरक्षा करते हैं। उनके राष्ट्र व समाज के लिए किए जा रहे हैं समर्पण को देखते हुए उन्हें हर क्षेत्र में पूरा मान सम्मान दिया जाना चाहिए। यह बात जिला सैनिक कल्याण परिषद की पहली बैठक में सैनिक अधिकारियों व पूर्व सैनिकों का स्वागत करते हुए जिलाधिकारी मनीष कुमार ने व्यक्त की ।उन्होंने कहा सभी विभाग पूर्व फौजियों व सैनिक वीरांगनाओं के कार्यों व समस्याओं का परित निस्तारण कर उन्हें एहसास कराया जाना चाहिए कि राष्ट् की सेवा का उन्हें ऐसा प्रतिफल मिल रहा है। जिलाधिकारी का कहना था कि सैनिकों, पूर्व सैनिकों को मा.प्रधानमंत्री व मा.मुख्यमंत्री जी द्वारा अपने कई संबोधनो में उन्हें राष्ट्र की महान धरोहर बताया गया है। उन्हें शासन द्वारा देय सुविधाओं को उन तक पहुंचाने एवं उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने से हम सबको गर्व होना चाहिए। बैठक में ईसीएचएस हेतु भूमि चयन करने, जीआईसी दुबचौड़ा का नाम शहीद लॉन्स नायक विक्रम सिंह के नाम पर करने, जिला अस्पताल में ईसीएचएस कार्ड धारकों को आयुष्मान कार्ड की तर्ज पर सुविधाएं देने की मांग रखी गई। पूर्व फौजी प्रकाश सिंह व दिनेश द्वारा रखी गई समस्याओं को भी उन्होंने शीघ्र निपटाने का भी आदेश दिया। पूर्व फौजियों को आज डीएम की फास्ट स्पीड से कार्य करने की संस्कृति का भी उन्हें एहसास हुआ।
डीएम ने कहा 26 जुलाई को “कारगिल शौर्य दिवस” को भव्य व गरिमापूर्ण वातावरण में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा यह वह दिन है जो हमारे जवाजों ने अपनी जान की परवाह किए बिना भारत भूमि को विषम परिस्थितियों में दुश्मन से मुक्त कराकर राष्ट्र का मान और स्वाभिमान बढ़ाया है। यह दिवस हम सबके लिए गर्व व राष्ट्र के लिए समर्पित होने की प्रेरणा ही नहीं देते बल्कि हम सबके लिए ऐसा अवसर होता हैं जब हम अपने सैनिकों को सम्मान देकर स्वयं को धन्य करते है। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल उमेद सिंह, सीडीओ डॉ जीएस खाती, सीएमओ डॉ देवेश चौहान, पुलिस क्षेत्राधिकारी एमएस राणा, डीपीआरओ भूपेश आर्य समेत तमाम फौजी मौजूद थे।
क साल से बंद पड़ी सड़क खुली एक दिन में।
चंपावत। डीएम मनीष कुमार की “फास्ट स्पीड” से काम करने की कार्य संस्कृति का लगातार इसी स्पीड से असर दिखाई दे रहा है। बाराकोट ब्लॉक में एक साल से बंद पड़ी बिसराड़ी_ डुंगाजोशी सड़क एक ही दिन में खुल गई। जिससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। यहां के लोगों को अपने उत्पादो को बाजार में लाने में भी भारी दिक्कते हो रही थी। लोगों ने जिलाधिकारी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।