चंपावत। उत्तर प्रदेश के दौर में बना कोल्डस्टोरेज आलू और साग सब्जी रखने के काम कभी नहीं आ सकेगा। कोल्ड स्टोरेज का ढांचा बनने के बावजूद फ्रीजर और लकड़ी का काम नहीं होने से इसका उपयोग कभी नहीं हो सका। अब इस बार कोल्ड स्टोरेज का उपयोग एक निजी संस्था दूध से निर्मित सामग्री के लिए करेगी कोल्ड स्टोरेज निजी संस्था को 10 साल के लिए पट्टे पर दे दिया गया है। शासन ने कोल्ड स्टोरेज का उपयोग न होने पर पिछले वर्ष सितंबर 2022 में इसे पट्टे पर देने का शासन का निर्णय लिया था। अब चंपावत की हिमालयन बास्केट संस्था को 10 साल के लिए पट्टे पर दे दिया गया है। संस्था की ओर से इस भवन का उपयोग दूध से बने उत्पाद के लिए किया जाएगा इससे 40 लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
संस्था कोल्ड स्टोरेज का उपयोग दूध से निर्मित सामग्री के लिए करेगी इससे स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार मिलेगा 5000 लीटर दूध से छुरपी निर्माण के अलावा घी के प्रसंस्करण देहरादून में होने के बाद यही से वितरित किया जाएगा।
मुड़ियानी के कोल्ड स्टोरेज भवन को हिमालयन बास्केट संस्था को 10 साल के लिए पट्टे पर दे दिया गया है। इसके लिए संस्था को हर साल 1.80 लाख रुपए देना होगा। इसका उपयोग डेरी से संबंधित काम के लिए किया जाएगा कोल्ड स्टोरेज के संचालन के संस्था तकनीकी स्टाफ के अलावा अन्य कर्मिको में से 70% रोजगार स्थानीय लोगों को देगी।
जिला उद्यान अधिकारी, टी एन पांडेय।